





जयपुर Abhayindia.com चूरू जिले में राजगढ़ के पुलिस निरीक्षक विष्णुदत्त बिश्नोई (CI) के सुसाइड मामले का राज उनके दो मोबाइल फोन में कैद है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके मोबाइल में पैटर्न लॉक लगा है। मामले की जांच कर रही सीआईडी सीबी (क्राइम ब्रांच) टीम ने उनके मोबाइल को जांच के लिए एफएसएल को भेज दिए हैं, लेकिन, उनके पैटर्न लॉक नहीं खुल पाए है। रिपोर्ट के मुताबिक, एफएसएल ने हालांकि बिना पैटर्न लॉक खोले करीब 20 प्रतिशत डाटा रिकवर कर लिया है, लेकिन वाट्सएप संबंधी डाटा रिकवर नहीं हुआ।
इधर, आपको बता दें कि विष्णुदत्त बिश्नोई के मामले की जांच सीबीआई से कराने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को औपचारिक मंजूरी दे दी। प्रदेश का गृह विभाग अब सेंट्रल डीओपीटी को पत्र भेजकर सीबीआई जांच का आग्रह करेगा। वहां से मंजूरी के बाद ही सीबीआई जांच होगी। इससे पहले सोमवार को बिश्नोई समाज के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मिलकर मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी।
इसके बाद मंगलवार को बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने सरकार को चेतावनी दी थी कि शाम पांच बजे तक सीबीआई जांच के आदेश नहीं दिए गए तो समाज आंदोलन को मजबूर होगा। इसके अलावा थानाधिकारी के परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग रखी थी। सीबीआई जांच की मांग को लेकर आईटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट गोवर्धन सिंह भी अभियान चलाया है।
आदेश पहले होते तो ठीक रहता : राठौड़
राज्य सरकार की ओर से सीआई विष्णुदत्त के मामले में सीबीआई जांच के निर्णय के बाद भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सीबीआई जांच के आदेश 10 दिन पहले हो जाते तो ठीक रहता।
वहीं, आरएलपी प्रमुख एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल तथा किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि सीबीआई जांच से अब पूरे प्रकरण की सच्चाई सामने आएगी और संदेह दूर होंगे।







