





जयपुर Abhayindia.com जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत सोमवार को हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले में दौरे पर रहे। दोनों जिलों में जल संसाधनों की स्थिति का जायजा लेते हुए रावत ने लखूवाली हैड, घग्घर नदी और डायवर्जन कैनाल का गहन निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार जल संसाधनों के संरक्षण और सेम जैसी गंभीर समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने 8 व 9 अप्रैल 2025 के सीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों की भी समीक्षा की।
मंत्री रावत के साथ इस अवसर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री और जिला प्रभारी मंत्री सुमित गोदारा, विधायक गणेश राज बंसल, जिला कलक्टर काना राम, पुलिस अधीक्षक अरशद अली सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही हैं। सेम की समस्या के समाधान के लिए मजबूती से प्रयास किए जा रहे हैं। हमारी सरकार इसका समयबद्ध निस्तारण करेगी।
मंत्री रावत ने कहा कि नहर में प्रदूषित जल रोकने के लिए पंजाब और केंद्र सरकार को पत्र लिखे गए हैं। इसका भी शीघ्र समाधान कर लिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने बजट में सिंचाई तंत्र को अधिक मजबूती देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया।
जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत हनुमानगढ़ के बाद श्रीगंगानगर पहुंचे। उन्होंने दोपहर बाद शिवपुर हैड का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के 8 व 9 अप्रैल 2025 के प्रस्तावित कार्यक्रम तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
शिवपुर हैड कार्यक्रम स्थल का अवलोकन करने के पश्चात मंत्री रावत ने गंगनहर प्रणाली की जानकारी लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार किसानों को नहरी जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री किसान हितों के लिये बेहद गंभीर है और उनका प्रयास है कि किसानों को अधिक से अधिक नहरी जल की आपूर्ति हो सके।
इस दौरान मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव (पश्चिम) अमरजीत सिंह ने नहरी तंत्र से अवगत करवाते हुए बताया कि किस तरह बजट घोषणा के अनुसार शिवपुर हैड को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इस अवसर पर सादुलशहर विधायक गुरवीर सिंह बराड़, जिला परिषद सीईओ गिरधर, एसई धीरज चावला, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सतीश शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे। इसके बाद मंत्री रावत ने हिंदुमलकोट बॉर्डर पहुंचकर सीमावर्ती क्षेत्र का भी अवलोकन किया।





