जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां अपने–अपने समीकरण साधने में जुट गई है। इस बीच, कांग्रेस जातिगत जनगणना के मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने में जुट गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी हाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं मंत्रियों के साथ चर्चा कर जातिगत जनगणना के मुददे को हवा देने की रणनीति बनाई है।
गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को जातिगत जनगणना करानी चाहिए, जिससे सभी समाजों को उनका हक मिल सके। गहलोत की रणनीति है कि जातिगत जनगणना की मांग को लेकर अगले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा जाए। इसके बाद दिल्ली जाकर पीएम से मुलाकात करें और यदि फिर भी केंद्र सरकार जातिगत जनगणना के बारे में फैसला नहीं करती है तो राज्य के कांग्रेसी विधायक दिल्ली जाकर राष्ट्रपति से मुलाकात करें।
बताया जा रहा है कि गहलोत सरकार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार की तर्ज पर राज्य सरकार के स्तर पर जातिगत जनगणना का फैसला कर सकते हैं। इस बीच, कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने कहा है कि समाज के शोषित और वंचित वर्गों को न्याय जातिगत जनगणना से ही मिल सकेगा। प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि जातिगत जनगणना से सभी वर्गों को लाभ मिलेगा।