







बीकानेर abhayindia.com भारतीय पशु प्रजनन अध्ययन सोसाइटी (इसार) एवं वेटरनरी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में ऊंट प्रजनन विषय पर रविवार को अन्तरराष्ट्रीय वेबिनार आयोजित की गई। इसमें 65 देशों के 1324 प्रतिभागी शामिल हुए।
संरक्षण की आवश्यकता
कृषि वैज्ञानिकों ने ऊंटों के संरक्षण की आवश्यकता जताई। नई दिल्ली के कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल के अध्यक्ष प्रो. ए.के. मिश्रा ने कहा कि ऊंट मरूस्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए उपयोगी पशु है, इसके उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए। ऊंटों में प्रजनन पद्धति सही हो तो उनसे अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। वेबिनार में चर्चा के दौरान कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा ने बताया कि ऊंट राजस्थान का राज्य पशु है इसके उन्नयन एवं संरक्षण की महत्ती आवश्यकता है।
वर्तमान में इनकी सामाजिक उपयोगिता को बढ़ाने में ऊंट के दूध का विशेष योगदान है। मनुष्य में यह मधुमेह रोगियों के लिए भी बहुत उपयोगी है। भारतीय पशु प्रजनन अध्ययन सोसाइटी के राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष प्रो. गोविन्द नारायण पुरोहित ने ऊंट प्रजनन की विशेषताओं पर प्रकाश डाला।
उष्ट अनुंसधान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सुमन्त व्यास, ने कृत्रिम गर्भाधान एवं भ्रूण प्रत्यारोपण पर जानकारी दी। वेबिनार के दौरान प्रो. जे.एस. मेहता, डॉ. संदीप धौलपुरिया, डॉ. अशोक खीचड, डॉ. अमित चौधरी एवं डॉ. अशोक डांगी ने सहभागिता निभाई।
जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता ने किया कर्फ्यू प्रभावित क्षेत्र का दौरा
बीकानेर abhayindia.com जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता ने रविवार को पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शहर के तीन कर्फ्यू प्रभावित पुलिस थाना इलाकों का भ्रमण कर, निषेधाज्ञा की पालना का जायजा लिया।
मेहता ने जिला पुलिस अधीक्षक प्रहलाद सिंह कृष्णिया, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रे (सिटी) सुनीता चौधरी, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक पवन कुमार सहित कार्यपालक मजिस्ट्रेटों के साथ कर्फ्यू प्रभावित एरिया का निरीक्षण किया। मेहता ने सार्दुल सर्किल, कोटगेट, जोशीवाड़ा, दाउजी रोड, तेलीवाला, मोहता चौक, नत्थूसर गेट, जस्सूसर गेट, पारीक चौक, मुख्यडाक घर, फड़ बाजार सहित शहर के अन्दुरनी भाग की तंग गलियों में निषेधाज्ञा की पालना का मौके पर जायजा लिया। इस दरमियान दाऊजी रोड स्थित दूध विक्रता की दूकान पर दो दिन से मेहता द्वारा की जा रही अपील का असर दिखाई दिया। इस दूध विक्रता की दूकान पर आमजन दूध खरीद के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते नजर आए। जिला कलक्टर ने यहां रूककर आमजन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जरूरत के सामान की खदीददारी के वक्त ऐसे ही सामाजिक दूरी का परिचय देते रहे तो हम कोरोना को हराने में कामयाब होंगे।
आमजन अपने दायित्व को समझे-जिला मजिस्ट्रेट ने इस दौरान अपील की है कि पुलिस व प्रशासन के अधिकारी लगातार आमजन के स्वास्थ्य के प्रति सावेचत है, लेकिन आप सभी का भी दायित्व है कि कोरोना को लेकर जारी एडवाइजरी की स्वयं पालना करते हुए दूसरों को भी इसके लिए समझाईश करें। उन्होंने कहा कि शहर की तंग गलियों में पुलिस का पहुंचना थोड़ा मुश्किल है, ऐसे में सतर्क रहना है और घर से बेवज़ह बाहर ना निकले। उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकले की एकमात्र वजह जरूरी चीजों की खरीदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जितना अधिक हम सभी नियमों का पालन करेंगे, उतनी कम मौतें होंगी और उतनी ही जल्दी जनजीवन सामान्य हो सकेगा।
पुलिस बाइकर्स लगातार भ्रमण कर रखे नजर-जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता ने कहा कि शहर में जहां निषेधाज्ञा लगी हुई है तथा शेष भाग जहां अलग-अलग टुकड़ों में भी निषेधाज्ञा क्षेत्र लगी है, इसके अतिरिक्त जो भी निषेधाज्ञा का क्षेत्र है वहां पुलिस बाइकर्स लगातार भ्रमण कर कानून व्यवस्था पर नजर रखें और यह सुनिश्चित करें कि लोग अनावश्यक घरों से बाहर ना निकले। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन स्थानों से कोरोना पाॅजिटिव के अधिक रोगी आ रहे हैं, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी एक्सरसाइज करते हुए निषेधाज्ञा का एरिया बढ़ाए।
कलस्टर के रूप में निषेधाज्ञा लगाए-जिला मजिस्ट्रेट ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि शनिवार और रविवार को जिन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव रोगी आए हैं, उन स्थानों में अलग-अलग गलियों में कर्फ्यू लगाया है। इन सभी का माइक्रो स्तर पर निरीक्षण कर, यह ज्यादा बेहतर रहेगा कि उस संपूर्ण एरिया में ही निषेधाज्ञा लगा दी जाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से बलिया लगाकर निषेधाज्ञा लगा दी जाए। उन्होंने कहा कि इसके पीछे मंशा यही है कि अधिक रोगी जिस एरिया में मिले है, उसके आसपास का एरिया भी निषेधाज्ञा क्षेत्र में शामिल हो जाए। इससे लोगों का स्वास्थ्य जल्द बेहतर हो सकेगा।



