







बीकानेर Abhayindia.com जीवन में रक्तदान से बढ़कर श्रेष्ठ पुण्य कार्य नहीं है।
इसी कथन को साकार कर दिखाया जेएनवी कॉलोनी स्थित वरदान हॉस्पीटल एवं रिसर्च सेन्टर के कार्मिकों ने, जहां पर एक असहाय दहाडी मजदूर जो कि ईंट भट्टों पर काम करता है, उस मजदूर को पेट में दर्द की शिकायत थी, इसको लेकर वो अस्पताल में डॉ.विनोद असवाल के पास पहुंचा था, चिकित्सक ने जब उसकी जांच की तो सामने आया कि उस मरीज के भोजन की थैली(स्टमक) में घाव हैं, उसकी हालत नाजुक थी।
अत्यधिक खून बहने से शरीर में खून की मात्र महज तीन ग्राम रह गई। मरीज के साथ कोई रिश्तेदार नहीं था, तो एनआर असवाल चेरिटेबल संस्था एवं अस्पताल के कार्मिक राजू, समीर ने रक्तदान किया। इसके बाद वरदान अस्पताल के डॉ.विनोद असवाल ने ब्लड ट्रॉसफ्यूजन कर मरीज की जान बचाई।



