








जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में लम्पी रोग के कहर से हजारों पशुओं की मौत का मामला अब राजस्थान विधानसभा में गूंजेगा। आपको बता दें कि विधानसभा का सत्र 19 सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। विपक्ष ने सत्र के दौरान सदन के अंदर और बाहर गहलोत सरकार को कृषि, पशुपालन और गायों के मुद्दों पर घेरने की रणनीति बनाई है। बताया जा रहा है कि सत्र की बैठक शुरू होने के अगले ही दिन 20 सितम्बर को भाजपा विधानसभा का घेराव करेगी। राजस्थान में गौवंश में फैली लंपी वायरस स्किन डिजीज से गायों की मौतों और मुआवजे के मुद्दे पर यह घेराव होगा।
भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह कल शाम जयपुर आ रहे हैं। 18 सितम्बर को भाजपा मुख्यालय में पार्टी विधानसभा में सरकार को घेरने की रणनीति तय करेगी। इसके बाद विधायक दल की बैठक भी होगी।
इधर, आपको बता दें कि पशुपालन विभाग के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में लम्पी से अब तक 55448 पशुओं की मौत हुई है। 12 लाख 40 हजार 43 पशु इस बीमारी से संक्रमित हैं। वहीं, भाजपा ने इसे झुठलाते हुए कहा है कि लाखों गायों की मौत प्रदेश में लंपी वायरस से हुई है। सरकार किसानों और पशुपालकों को मुआवजा नहीं दे रही है। सरकार को जगाने के लिए भाजपा विधानसभा घेरेगी।
राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम लंपी और किसानों के मुद्दों पर स्थगन और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगा सकते हैं। चर्चा के लिए सरकार को प्रेशराइज कर सकते हैं। हम सरकार को सदन के अंदर और बाहर घेरेंगे। क्योंकि गहलोत सरकार को 4 महीने का वक्त मिला था। जो गायें बीमार नहीं थीं, उनका समय पर वैक्सीनेशन हो जाता, तो लंपी को रोका जा सकता था। सरकार ने पहले वैक्सीन खरीदने में देरी की। फिर वैक्सीन आई, तो स्टाफ ही पूरा नहीं है। समय पर पशुओं का इंश्योरेंस भी नहीं करवाया गया। इससे बड़े स्तर पर गायें मर गईं और किसानों-पशुपालकों को नुकसान हो गया। गहलोत सरकार हर पंचायत पर आइसोलेशन वार्ड का पैसा और खर्चा सरपंच को दे देती, तो वार्ड बना जाते, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसलिए हम सरकार को लंपी के इस मुद्दे पर छोड़ेंगे नहीं।





