Saturday, April 20, 2024
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बीकानेर : मनरेगा के तहत होगा कार्य, जारी हुई 670 कार्यों के लिए 8529.51 लाख की नई वित्तीय स्वीकृतियां…

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बीकानेर Abhayindia.com महात्मा गांधी नरेगा के जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर नमित मेहता की ओर से जिले की 9 पंचायत समितियों में कुल 8529.51 लाख रुपए के 670 कार्यों की नई स्वीकृतियां जारी की गई हैं। इनमें पंचायत समिति पूगल में 1393.82 लाख रुपए के 108, लूणकरणसर में 1239.33 लाख रुपये के 69 ,पांचू में 637.40 लाख रुपए के 48, बीकानेर में 906.68 लाख रुपए के 96 ,कोलायत में 928.20 लाख रुपए के 73, डूंगरगढ़ में 991.26 लाख रुपए के 72, नोखा में 639.21 लाख रुपए के 68, खाजूवाला में 1340.34 लाख रुपए के 103 तथा बज्जू के 133.52 लाख रुपए के 27 कार्यों की स्वीकृतियां सम्मिलित हैं।

पौधरोपण अभियान…

वहीं पौधारोपण अभियान के तहत 121.75 लाख रुपए के 12 कार्य ,नर्सरी विकास के 15.76 लाख रुपए के 4 कार्य, आंगनबाड़ी केंद्र,विद्यालय में न्यूट्री गार्डन विकास के तहत 40 कार्यों के लिए 2.08 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की गई। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत जिले में वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक पंचायत समिति बीकानेर में 135, श्रीडूंगरगढ़ में 91, कोलायत में 93, लूणकरणसर में 185, नोखा में 87, खाजूवाला में 201, पांचू में 95, पूगल में 310 एवं बज्जू खालसा में 179 सहित 4 जलग्रहण विभाग व उपवन सरंक्षक विभाग के 8 कार्य सहित कुल 1402 कार्यों की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं।

अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में रोजगार एवं ग्रामीण क्षेत्र के विकास की आवश्यकताओं के मद्देनजर विकास अधिकरियों के माध्यम से और कार्यों के प्रस्ताव मंगवाए जा रहे हैं, जिससे जरूरत के अनुसार अधिकाधिक स्वीकृतियां जारी की जा सकें।

बीकानेर : नोखा में जलापूर्ति में होगा सुधार, बदली जाएगी पुरानी लाइनें, तैयार होगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

बीकानेर Abhayindia.com नोखा शहर का सीवरेज सिस्टम दुरुस्त किया जाएगा। साथ ही जलापूर्ति व्यवस्था में भी सुधार होगा। पुरानी पेयजल लाइनों को बदला जाएगा। सीवरेज योजना के लिए शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। इसका निर्माण आरयूआईडीपी के तहत कराया जाएगा। इसमें 126.81 करोड़ रुपए की लागत से सीवरेज एवं पेयजल आपूर्ति के कार्यों के प्रस्ताव एशियन विकास बैंक को ऋण स्वीकृति एव तकनीकी अनुमोदन के लिए भिजवाने के संबंध में जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई।

इसमें जिला कलक्टर नमित मेहता ने नोखा विधायक बिहारी लाल विश्नोई, नगर पालिका नोखा के अध्यक्ष नारायण झंवर, उपाध्यक्ष निर्मल भूरा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता डी. पी.सोनी एवं आरयूआईडीपी के अधिशासी अभियन्ता अनुराग शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों से परियोजना के प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा करने की गई। आंशिक सुझावों को शामिल करने के बाद परियोजना का अनुमोदन किया।

जिला कलक्टर मेहता ने आरयूआईडीपी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नोखा शहर में सीवरेज कार्य के दौरान सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त होने चाहिए। शहर में आवागमन सुचारू रहे इसके लिए सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढों को भरने तथा कटी गई सड़को के संधारण का काम साथ-साथ होना चाहिए। साथ कार्य के लिए खोदे गए खड्डो की सीटयुक्त बैरीकेट्स की जाए। उन्होंने कहा कि सीवरेज की इस परियोजना में सुरक्षा संबंधी सभी उपायों को परियोजना के खर्च में शामिल किया जाए।

नोखा विधायक बिहारी लाल विश्नोई और नगर पालिका अध्यक्ष नारायण झंवर ने सुझाव दिया कि परियोजना के संचालन एवं संधारण के खर्च, जो कि कार्य पूर्ण होने के बाद नगर पालिका की ओर से वहन किया जाना है, इसको परियोजना की ऋण राशि में शामिल किया जाए। बैठक में पॉवर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से अनुराग शर्मा ने बताया कि आरयूआईडीपी के चतुर्थ फेज में नोखा नगर पालिका क्षेत्र में परियोजना के तहत सीवरेज कार्य के लिए दो एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट), एक पम्पिंग स्टेशन, आउटफाल सीवर एवं शोधित जल के उपयोग के लिए पम्पिंग स्टेशन, उच्च जलाशय एवं वितरण की पाइप लाइनों के कार्यों को शामिल किया गया है। नोखा के माडिया व चरकड़ा में एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) बनाया जाएगा। नोखा शहर के बाहरी हिस्से, जहां वर्तमान में बसावट कम है, के सीवरेज का कवरेज एफ. एस. एम. (फैकल स्लज मैनेजमेंट) की ओर से किया जाएगा।

बदलेगी जलापूर्ति लाइनें…

इसी प्रकार से पेयजल आपूर्ति कार्यों में पूरे नोखा शहर की पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइनों को बदले जाने, नए भू-तल जलाशय के निर्माण एवं डीआई राइजिंग पाइप लाइनों को भी बदला जाएगा। इसके अलावा नोखा शहर के सभी जल उपभोक्ताओं के घरों के जल कनेक्शन बदले जाने का प्रावधान भी परियोजना में शामिल किया गया है। योजना में नोखा शहर में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की जानी प्रस्तावित है। शहर को 11 जोन में बांटा गया है। इन 11 जोन में से 6 जोन में उच्च जलाशय से जलापूर्ति एवं शेष 5 जोन में पेयजल आपूर्ति वी.एफ.डी (वेरिएबल फ्रीक्वेसी डिवाइस) के माध्यम से की जाएगी। वी. एफ. डी. सिस्टम में पेयजल जलापूर्ति के दौरान पंप जल मांग के अनुसार अपने-आप चालू-बंद होंगे।

उन्होंने बताया कि उक्त कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए स्काडा मीटरिंग एवं सीवर मैनहोल के डिजिटाइजेशन का कार्य भी किया जाएगा। सभी कार्य पूर्ण होने के बाद 10 वर्षों तक संबंधित संवेदक (ठेकेदार) इनका संचालन एवं संधारण करेगा। आरयूआईडीपी के अधिशासी अभियन्ता अनुराग शर्मा ने बताया कि परियोजना के तहत उक्त कार्य में निर्माण की राशि 103.53 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आरयूआईडीपी की ओर से एडीबी द्वारा प्रदत्त ऋण राशि एवं संचालन संधारण की राशि 23.28 करोड़ रुपए का व्यय नगर पालिका नोखा की ओर से वहन किया जाएगा, निर्माण कार्य मार्च 2022 में प्रारंभ होना संभावित है।

रेलवे : महिला यात्रियों के लिए सहायक है ‘मेरी सहेली’, ताकि सफर में नहीं हो परेशानी 

बीकानेर Abhayindia.com ट्रेन में महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे सतर्क है। रेलवे सुरक्षा बल की ओर से महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गठित की गई ‘मेरी सहेली’ टीम त्वरित मदद कर सकेगी। यह टीम महिला यात्रियों से फीड बैक ले रही है, ताकि महिला यात्रियों को आपात स्थिति में त्वरित मदद मिल सके। इस टीम आरपीएफ की सब इंस्पेक्टर स्तर की अधिकारी एवं महिला सिपाही शामिल है।

ट्रेन में सफर करने वाली महिला यात्रियों के नाम और उनके नंबर इस टीम के पास आ जाते हैं। फिर इन नंबरों पर फोन कर मेरी सहेली उनसे फीड बैक लेती है। अगर कोई महिला यात्री किसी प्रकार की शिकायत करती है तो तुरंत ट्रेन में चल रहे स्क्वायड को सूचित किया जाता है। स्टेशन पर ट्रेन आने पर भी महिला यात्री से बात की जाती है।

देती है हेल्प लाइन नम्बर
आरपीएफ की मेरी सहेली टीम ट्रेनों में जाकर फीड बैक ले रही है। साथ ही रेलवे की ओर से जारी हेल्प लाइन नम्बरों से अवगत कराती है।

कारगर है मेरी सहेली…

आरपीएफ की मेरी सहेली टीम कारगर है। इससे महिला यात्रियों को काफी मदद मिल रही है। अकेले सफर कर रही महिला यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए यह टीम तैयार की गई है।
केडी पटेल, मंडल रेल सुरक्षा आयुक्त, बीकानेर

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