बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। जिले के करीब डेढ़ हजार वांछित अपराधियों के नाम मतदाता सूची से हटाने की तैयारी चल रही है। खबर है कि विधानसभा चुनाव में इस बार प्रदेश के करीब 90 हजार वांछित अपराधियों का नाम मतदाता सूची से जाएंगे। इनमें बीकानेर जिले से भी करीब डेढ़ हजार वांछितों के नाम शामिल है। यह सब इसलिये किया जा रहा विधानसभा चुनाव सुरक्षा और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाए जा सकें। इनमें वे अपराधी शामिल होंगे, जो कि पुलिस के दर्ज मामलों में भगौड़े चल रहे हैं और दूसरे वो जिनके खिलाफ न्यायालय ने स्टेंडिंग वारंट जारी कर रखा है और वे पेशी के लिए लंबे समय से कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार अभी हाल ही वीडियो कांफ्रेंसिंग में निर्वाचन विभाग के आयुक्त ने प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को इनके जिले के वांछित अपराधियों के नाम मतदाता सूची से हटवाने के निर्देश दिए हैं। इनके नाम मतदाता सूची से कटवाने के लिए संबंधित पुलिस अधीक्षकों ने जिला निर्वाचन अधिकारी (जिला कलक्टर) को पत्र भी लिख दिए हैं। जिस पर निर्वाचन अधिकारी के अधीन आने वाले कर्मचारियों को संबंधित थानों से इन वांछित अपराधियों की जानकारी जुटाकर नाम काटने की तैयारियां शुरू कर दी है। इनका नाम मतदाता सूची से हटाने के पीछे दो बड़ी वजह बताई जा रही है। जिसमें एक है इनके द्वारा चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने की आशंका उच्च अधिकारियों ने जताई है।
दूसरी तरफ पुलिस अधिकारियों का मानना है कि जो व्यक्ति अपराधी है और कानून से भाग रहा है। इसके अलावा वह अपने स्थाई पते से फरार चल रहा है और लंबे समय से लापता है वो आखिर मतदाता कैसे हो सकता है। हालांकि इनमें कई अपराधियों के नाम कट जाने से फर्जी मतदान की संभावना भी नहीं रहेगी और इनमें कई ऐसे नाम भी सामने आ रहे हैं। जिनके नाम यदि मतदाता सूची से काट दिए जाते हैं तो उनके सरेंडर करने की संभावना भी जताई जा रही है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीकानेर पुलिस रेंज में 6000 वांछित अपराधी पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। जो कि न्यायालय से वेल जंप हैं और समय पर कोर्ट में पेशी पर नहीं आ रहे हैं। ना ही मुकदमे में पडऩे वाली तारीख पर न्यायालय में हाजरी देने पहुंच रहे हैं, जबकि न्यायालय उनके खिलाफ वारंट तक जारी कर चुका है। इनके अलावा उन वांछित अपराधियों को भी शामिल किया जाएगा। जिनको स्थानीय पुलिस ने भगौड़ा साबित कर रखा है और वे पिछले कई वर्षों से गिरफ्तारी के डर से अज्ञात जगह फरारी काट रहे हैं।
मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का एक और मौक़ा, ग्राम सभाएँ 2 से