







बीकानेर abhayindia.com सिंथेसिस के प्रबंधक निदेशक मनोज बजाज के अनुसार जोशीवाड़े के शुभम सुथार का नीट मे चयन काबिले तारीफ है। इन्होने एनटीए द्वारा घोषित नीट यूजी में संपूर्ण भारत में ओबीसी वर्ग में 3837 रैंक प्राप्त की है। इनके पिता लालचंद सिलाई मशीन के मैकेनिक है और माँ नीलम स्वयं सिलाई का काम करती है।
सीमित आय के कारण कोचिंग ने शुभम को दमयन्ती गोस्वामी स्कोलरशिप स्कीम प्रदान की और इस छात्रवृत्ति के कारण इन्होने संस्थान में 12वीं कक्षा में प्रवेश लिया तथा नीट में 250 अंक प्राप्त किए। अतः 12 वीं के साथ चयन नहीं हो पाया लेकिन गुरूजनों के प्रेरणा से उन्होने टारगेट बैच जोईन करके जबरदस्त मेहनत की और प्रथम ड्रोप में ही हिन्दी माध्यम विद्यार्थी के रूप में इस साल नीट में 625 अंक प्राप्त किए। इतना ज्यादा अंकों में सुधार बहुत कम विद्यार्थी कर पाते है। शुभम् की उपलब्धि विशिष्ट है।
चूंकि कमजोर आर्थिक परिस्थिति के अलावा उन्हें विभिन्न शारीरिक समस्याओं ने भी जबरदस्त रूप से झकड़ रखा था। इनकी कमर और कंधे में काफी दर्द रहता था जिसके कारण ये ज्यादा लिख नहीं पाते थे और इस स्वास्थ्य समस्या के कारण प्रत्येक सप्ताह कुछ क्लासेज छोड़नी पड़ती थी। लेकिन डॉ. श्वेत गोस्वामी सर और अन्य गुरूजनों की हौसला अफजाई के कारण कभी भी आत्मविश्वास नहीं डगमगाया एवं लॉकडाउन में सिंथेसिस के विशेष प्रयासों के कारण पढ़ाई का नुकसान भी नहीं हुआ।
इस दौरान बड़े भाई रोहित ने भी शुभम् का विशेष ध्यान रखा और शारीरिक समस्या से थोडा राहत पाने के लिए डॉक्टर्स से भी परामर्श लेते रहे। कभी हार नहीं मानने के जज्बे कारण शुभम् इन विकट पिरिस्थितियों के बावजूद नीट में चयनित हुए। आज इनके घर उत्सव जैसा माहौल है। क्योंकि इनका डॉक्टर बनने का सपना सच हो गया है।



