








बीकानेर abhayindia.com अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल गुरूवार को तीसर दिन भी जारी रही। प्रदेशव्यापी आव्हान पर रेजिडेंटों की बेमियादी हड़ताल के कारण पीबीएम हॉस्पिटल में चिकित्सा सेवाएं बुरी तरह लडख़ड़ा गई है, हालांकि पीबीएम प्रशासन का दावा है कि हॉस्पिटल की सेवाएं सुचारू रखने के लिये सिनियर डॉक्टरों की अतिरिक्त ड्यूटियां लगाने के अलावा कई वैकल्पिक बंदोबश्त किये गये है।
जबकि वास्तविकता यह है कि पीबीएम में सामान्य श्रेणी के ऑपरेशन टाले जा रहे है, भर्ती रोगियों को छुट्टी देकर घर भिजवाया जा रहा है। आईसीयू वार्डो में भी रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुरूवार को करीब दर्जनभर रोगियों के ऑपरेशन टाले गए। पीबीएम की आपातकालीन इकाई में आने वाले कई मरीजों को मजबूरन दूसरे अस्पताल में उपचार के लिए जाना पड़ा।
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आउटडोर में रेजिडेंट डॉक्टर्स के अभाव में मरीजों की लंबी लाईने लग गई, भीड़ ज्यादा होने के कारण सिनियर डॉक्टरों के पसीने छूट रहे है, वार्डो में भर्ती मरीजों की सार संभाल रामभरोसे रही। हॉस्पिटल सूत्रों के अनुसार रेजिडेंट डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार और मेडिकल कॉलेज में 50 फीसदी चिकित्सकों के रिक्त पदों से स्वास्थ्य सेवा लडखड़़ा गई है। वहीं पीबीएम अधीक्षक डॉ.पीके बैरवाल ने गुरूवार को फिर दोहराया कि रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के मध्यनजर किसी मरीज को परेशानी न हो ऐसी व्यवस्थाएं की गई है। इमरजेंसी व आईसीयू सेवाएं दुरुस्त हैं। इमरजेंसी और जरूरी ऑपरेशन किए जा रहे हैं। रुटीन के काम प्रभावित हो रहे हैं। रुटीन और सामान्य ऑपरेशन टल रहे हैं।
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