Thursday, May 2, 2024
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बीकानेर पुलिस ने किया अन्तरराज्यीय ए.टी.एम. कार्ड क्लोनिंग गिरोह का पर्दाफाश

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बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। बीकानेर पुलिस ने राज्य में सैकड़ों लोंगों के कार्ड क्लोन कर करोड़ों की अवैध निकासी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के तीन आरोपियों को दिल्ली व बिहार से गिरफ्तार कर उनसे लेपटॉप बरामद किया गया है।

घटनाक्रम का सक्षिप्त विवरण : दिनांक 19.01.19 को अमरचंद पुत्र खिंयाराम निवासी नापासर ने थाना पर रिपोर्ट दी कि मैं रोडवेज बीकानेर बस डिपो में नौकरी करता हूं दिनांक 03.01.19 को रूपये निकालने के लिये गया था। मैनें 20000 रूपये निकालने के लिए एटीएम मशीन में ऑप्सन भरा तो रूपये मशीन से नहीं निकले। लेकिन मेरे मोबाईल पर रूपये निकलने का मैसेज आया। जिसकी शिकायत मैने कृषि मण्डी शाखा जाकर शिकायत की तो बैंक वालों ने कहा की 24 घण्टों के भीतर रूपये वापस खाते में आ जायेंगे। दिनांक 04.01.19 को 20000 रूपये पुन: मेरे खाते में आ गये। दिनांक 05.01.19 को वक्त 8.00 ए.एम. पर मेरे मोबाईल पर 40000 रूपये का तीन बार तथा 20000 रूपये का बार एटीएम से रूपये निकलने का मैसेज आया। ये रूपये मेसेज के अनुसार पहाडग़ंज दिल्ली से निकाले गये थे। मैने तुरन्त बैंक के टोल फ्री नम्बर पर कॉल करके मेरा ए.टी.एम. लोक करवाया। दिनांक 03.01.19 को जिस समय एटीएम बस स्टेण्ड से 20000 रूपये निकालने चाहे उस समय एटीएम में एक मोटा व एक पतला लड़का भी आया था मैने उनसे कहा की मेरे पैसे निकले नहीं लेकिन खाते से कट गये तो उन्होंने खुद प्रयास करने का कहकर मेरा ए.टी.एम. ले लिया और ए.टी.एम. में अपना व मेरा कार्ड डालकर देखा तो पैसे नहीं आये फिर मैं रवाना होकर ड्यूटी पर आ गया हो सकता उन लड़कों ने धोखाधडी करके मेरे एटीएम से जानकारी ले ली और मेरे एटीएम कार्ड में गड़बड़ी करके मेरे खाते से 140000 रूपये निकाल लिये। वगैरा वगैरा पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान उपनिरीक्षक कन्हैयालाल के सुपुर्द किया गया।

टीम गठन : बीकानेर में लगातार बढ़ रही साईबर ठगी की वारदातों को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक, अति. पुलिस अधीक्षक (शहर), वृत्ताधिकारी वृत्त नगर के निर्देशानुसार थाना स्तर पर तत्कालिन थानाधिकारी वेद प्रकाश लखोटिया के नेतृत्व में उपनिरीक्षक कन्हैयालाल, रामचन्द्र हैड कानि, भागीरथ कानि, साईबर सेल से दीपक यादव कानि टीम का गठन किया गया।

तरीका वारदात : एटीएम कार्ड क्लोनिंग गिरोह के मुख्य सरगना संतोष यादव निवासी वजीरगंज गया बिहार व भरत निवासी सिरदला नवादा बिहार है। जिन्होंने ने पिछले सात-आठ माह से राजस्थान में लगातार हर माह इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिया दोनों ही अभियुक्त अपने सहयोगी अभियुक्त नदीम निवासी बलजीत नगर दिल्ली व कमलेश निवासी महुआ घाट नवादा बिहार व मुकेश निवासी तरवां वजीरगंज गया बिहार के सहयोग से पीडि़तों की मदद करने के बहाने से ए.टी.एम. कार्ड अपने हाथ में ले लेते है, तथा दूसरे हाथ में रखी पोर्टेबल स्कीमिंग डिवाइश से ए.टी.एम कार्ड का डाटा स्केन कर लेते है तथा कार्ड वापिस पीडि़त को दे दिया जाता है। पिन नम्बर वहां खड़े-खड़े परिवादी द्वारा डाले जाने पर देख लिये जाते है। उसके बाद आरोपियों द्वारा अपने पास मौजूद एक यू.एस.बी हार्डवेयर जिसमें स्कीम किया हुआ डाटा रीड कर ब्लेंक ए.टी.एम कार्ड में सेव करने का सोफ्टवेयर मौजूद रहता है, को अपने पास स्थित लेपटोप से जोड़कर नया ए.टी.एम. कार्ड बना लिया जाता है। और किसी दूसरी जगह पर जाकर उस ए.टी.एम. से विड्रोल कर लिया जाता है। आरोपीयों बैंकों द्वारा अपनाए जा रहे डेबिट कार्ड के सुरक्षा फीचर्स यथा सिम वाले डेबिड कार्डो, को भी धत्ता बताते हुए नये जारी किये हुवे डेबिट कार्ड भी क्लोन किये गये है। उक्त गिरोह के सदस्यों द्वारा मात्र एक घण्टे में किसी भी बैंक के किसी भी कार्ड का ए.टी.एम क्लोन बना लिया जाता है। अपराधियों पर पूर्व में भी ए.टी.एम. हैक करके व ए.टी.एम. बदल कर अवैध निकासी करने के कई मुकदमे राजस्थान के कई थानों में दर्ज है।

खुलासा वारदात : बढ़ती साईबर ठगी व कार्ड क्लोनिंग की वारदातों को देखते हुए ए.टी.एम. नोडल थाना कोटगेट में प्रकरण हाजा के अनुसंधान अधिकारी श्री कन्हैयालाल उ.नि. व श्री रामचन्द्र हैड कानि 242 द्वारा सम्बन्धित ए.टी.एम. के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया तो आरोपियों द्वारा बीकानेर के दो ए.टी.एम. में वारदात करने की बात सामने आई तथा आरोपियों द्वारा दिनांक 03.01.19 को बीकानेर के किसी होटल में रूकने की बात सामने आई। जिससे आरोपियों के बीकानेर में रूकने की सम्भावना होने पर सभी होटल मे यात्रियों के रूकने डिटेल चैक की गई। आरोपियों द्वारा आने जाने में एच. आर. नम्बर की गाड़ी का प्रयोंग किये जाने की जानकारी मिलने पर टोल प्लाजाओं के फुटेज चैक किये गये। इन सभी डिटेलो से यह तय हुआ कि दिनांक 03.01.19 को आरोपियों के बीकानेर के एक होटल में रूकने की जानकारी मिली। जिस पर रजिस्टर चैक किया तो वहां फर्जी मोबाईल नम्बर की एन्ट्री मिली। तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि आरोपियों की प्रत्येक माह की शुरूआती दिनों में राजस्थान के भरतपुर, दौसा, करौली, टोंक, अजमेर, भीलवाड़ा, चितौडग़ढ़, राजसमंद, पाली, नागौर, जैसलमेर तथा बीकानेर से सीकर झुंझूनूं होते हुए दिल्ली जाने की बात सामने आई। जिन ए.टी.एम. के फुटेज प्राप्त किये गये उनका ए.टी.एम. लॉग प्राप्त किया तो सामने आया की आरोपियों ने जैसलमेर व फलौदी से किये गये कार्डो का क्लोन तैयार कर बीकानेर के ए.टी.एम से निकासी की गई। एक बार ए.टी.एम. कार्ड क्लोन होने पर उसे हर माह चैक करते रहते है। जैसे ही खाते में रूपये क्रेडिट होते है तो ये लोग पैसा निकाल लेते है। लोकेशन के आधार पर उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग से लक्ष्मण हैड कानि, आईदान कानि को और अलग से टीम में शामिल किया गया। टीम ने गिरोह के एक सदस्य बिहार से दस्तयाब कर उसके अन्य दो साथियों को बिहार के गया जिले से दस्तयाब किया गया।

अनुसंधान व बाद पूछताछ अब तक गिरफ्तारशुदा आरोपियों के नाम :

1. नदीम पुत्र कलीम जाति मुसलमान हासमी उम्र 35 साल निवासी गली नम्बर 22, मकान टी 30 बलजीत नगर पीएस पटेल नगर नई दिल्ली

2. भरत कुमार पुत्र राज राजेश्वरी जाति कुश्वाह उम्र 32 साल गांव गृहोनी पोस्ट सांढ पीएस सिरदला जिला नवादा बिहार।

3. मुकेश वर्मा पुत्र राजेन्द्र वर्मा जाति कोहरी उम्र 33 साल निवासी गांव सरवाना पोस्ट तरवां पीएस वजीरगंज जिला गया बिहार।

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