Bikaner/ Abhayindia.com श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में चल रही लेटलतीफी से श्रमिक वर्ग आंदोलित हो रहा है। राजस्थान निर्माण मजदूर महासंघ की प्रदेश अध्यक्ष शबनम बानो ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि श्रम विभाग की जन कल्याणकारी योजनाएं पिछले 3 साल से शुभ शक्ति सहायता योजना बंद पड़ी है। छात्रवृत्ति सहायता योजना बंद पड़ी है। प्रसूति सहायता की राशि पहले 20000 लड़का होने पर और 21000 लड़की होने पर जो मिलते थे उन राशि को चार भागों में विभाजित करके मजदूरों पर कुठाराघात किया है। इसी तरह मृत्यु सहायता योजना भी पेंडिंग पड़ी है।
महासंघ के नवीन आचार्य ने बताया मुख्यमंत्री बजट घोषणा में सीएम ने आदेश दिए थे कि माह में जो भी पेंडेंसी है उसका निस्तारण करके रिपोर्ट पेश करें लेकिन, श्रम विभाग के अधिकारियों ने सीएम के आदेशों की भी धज्जियां उडा दी। इससे यह जाहिर होता है सरकार की श्रम विभाग पर मॉनिटरिंग बिल्कुल ही नहीं है।
महासंघ के संभागीय अध्यक्ष अशोक कच्छावा ने बताया पिछले 3 सालों में मजदूर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। सरकार के कल्याणकारी योजना का सिर्फ विज्ञापन ही देखा है। बीकानेर जिला अध्यक्ष भरत चागरा ने बताया अब बहुत हो चुका मजदूरों ने थाना सरकार से लड़ाई आर पार की जाएगी।
इस अवसर पर रेवंतराम, हरिकिशन जाट, रामकुमार, शबनम कादरी, नाजरा परवीन, मोहम्मद हुसैन, नरेश कपूर, रणवीर सिंह कालीचरण, मनू भाई, गणपत राम, चांद को विशाल धरना व प्रदर्शन की जिम्मेवारियां बांटी गई। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शबनम बानो ने बताया कि जयपुर शहीद स्मारक से होते हुए मुख्यमंत्री आवास तक हजारों मजदूरों के साथ ज्ञापन दिया जाएगा। सात दिवस में अगर सुचारू रूप से संघ विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं का निस्तारण नहीं होता है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में काम नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया जाएगा। राजस्थान में मजदूर 84% है जो किसी भी स्थिति परिस्थिति को पलटने में काफी है।