








Bikaner. Abhayindia.com बरसिंहसर स्थित नेवेली थर्मल पावर प्रोजेक्ट कंपनी के खिलाफ शुक्रवार को ग्रामीणों ने हुंकार भरते हुए जिला कलेक्ट्रेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि नेवेली के अधिकारियों द्वारा तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है। दस साल पूर्व जब यह कंपनी यहां स्थापित हुई थी और ग्रामीणों से जमीन अवाप्त की गई थी, उस सयम गांव के विकास से जुड़े व रोजगार संबंधी कई वायदे कंपनी द्वारा किये थे, लेकिन एक भी वायदा कंपनी द्वारा पूरा नहीं किया गया।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव शिवलाल गोदारा ने कहा कि कंपनी द्वारा यहां से कोयला खोदकर बाहर भेजा जा रहा है, जबकि गांव को बिजली नहीं दी जा रही। उन्होंने बताया कि कंपनी ने गांव को खोद-खोदकर खोखला कर दिया, लेकिन एक भी विकास कार्य गांव में नहीं करवाया गया। इस कंपनी द्वारा गांव सहित आसपास के क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट स्थापित करना था, जबकि कंपनी सोलर प्लांट लगाने पर उतारू है। जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान होगा।
गोदारा ने कहा कि गांव की गोचर पर कंपनी ने कब्जा कर रखा है, जिसको जांच में तहसीलदार भी मान भी चुके है कि कंपनी ने गोचर भूमि पर कब्जा कर रखा है। गोदारा ने कहा कि आज हम कलेक्टर से मांग करने आए हैं कि हम गांव में सोलर प्लांट नहीं लगने देंगे, अगर ऐसा हुआ पूरा गांव सड़क पर उतर जाएगा।
गोदारा ने कहा कि जिस गोचर भूमि पर कंपनी ने अपना कब्जा कर रखा है, उस जमीन को गायों के लिए खाली करवाया जाए तथा सोलर प्लांट की जगह ग्रीन बेल्ट स्थापित किये जाए, ताकि प्लांट की वजह से दुषित रहे रखे वातावरण को शुद्ध हो सके और ग्रामीण अपनी जीवन को सुकून से जी सके।
विरोध प्रदर्शन करने वालों में सरपंच प्रतिनिधि रुघाराम गोदारा, सहीराम कस्वां, जीतराम गोदारा, बृजमोहन रामावत, अर्जुनराम कड़वासरा, श्रवण गोदारा, जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश गोदारा, राजेन्द्र सियाग, भूमि विकास चेयरमैन रामनिवास गोदारा, मदन गोदारा, लालमदेसर सरपंच रामलाल, स्वरूपदेसर सरपंच, बुधराम सियाग, मोहनलाल सियाग, बजरंगलाल चालिया, बालुराम सियाग सहित बडी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।





