गुरूवार सुबह भी निगम मुख्यालय में माहौल गरमानें की आंशका को देखते हुए सदर थाना पुलिस का जाब्ता तैनात रहा। इस बीच नगर निगम के भाजपा-कांग्रेस पार्षदों ने गुरूवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर नगर निगम प्रशासकों के नकारात्मक रवैये का विरोध जताते हुए। मेयर के पति विक्रमसिंह, पार्षद आनंद सिंह सोढा, महेन्द्र सिंह बडग़ुजर वगैरहा के खिलाफ कार्यवाहक उपायुक्त जगमोहन हर्ष की ओर से दर्ज किया गया मुकदमा वापस लिया जाये।
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पार्षदों ने तल्ख लहजे में चेतावनी दी कि निगम अधिकारियों और कर्मचारियों ने जन प्रतिनिधियों के खिलाफ रवैया नहीं बदला तो जन आंदोलन चलाया जायेगा। वहीं नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि निगम में मेयर के प्रतिनिधियों का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं होगा। जानकारी में रहे कि नगर निगम की ओर से संचालित नंदी गौशाला के संचालन में बरती जा रही लापरवाही को लेकर निगम प्रशासकों और मेयर सुशीला कंवर के बीच पिछले काफी अर्से से तनातनी चली रही है, इस मामले में भाजपा-कांग्रेस के कई पार्षद भी मेयर के समर्थन में आ गये।
इधर बुधवार को गौशाला के हालातों के जायजा लेने पहुंची मेयर सुशील कंवर ने मौके पर नगर निगम के कार्यवाही उपायुक्त जगमोहन हर्ष से लापरवाही को लेकर जवाब तलब किया तो दोनों के बीच तनातनी हो गई, इस दरम्यान मौके पर मौजूद मेयर के पति विक्रमसिंह ने हस्तक्षेप किया तो कार्यवाहक उपायुक्त जगमोहन हर्ष ने आपत्ति जताते हुए कहा कि आप बीच बोलने वाले कौन होते हो।
इस मामले को लेकर शुक्रवार की शाम नगर निगम आयुक्त कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच एकबार फिर तनातनी हो गई और मामला इस कदर गरमा गया कि कार्यवाहक आयुक्त जगमोहन हर्ष ने मेयर पति विक्रम सिंह, पार्षद आंनद सिंह सोढा और महेन्द्र बडग़ुजर के खिलाफ मारपीट, हमलेबाजी और राजकार्य में बाधा पहुंचाने का केस दर्ज करवा दिया। इसके विरोध में शुक्रवार को भाजपा-कांग्रेस पार्षदों ने कलक्टरी पर प्रदर्शन कर नगर निगम प्रशासकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।