Monday, May 13, 2024
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बीकानेर : बिना स्‍क्रीनिंग शहर-गांव में प्रवेश नहीं कर पाएंगे प्रवासी!

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बीकानेर abhayindia.com कोराना वायरस से उपजे दहशत के माहौल में जिले के ग्रामीण अंचल से बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि ग्रामीण अंचलों में मुंबई से लौटे लोगों को बिना स्‍क्रीनिंग गांवों में घुसने नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में कई गांवों में माहौल गरमाने की आंशका है।

हालांकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा किया है कि मुंबई से ट्रेनों के जरिये जो भी लोग पहुंचे है उनकी सतर्कता के साथ स्‍क्रीनिंग कर होम आईसोलेशन के निर्देश दिये है, लेकिन कई प्रवासी सीधे अपने गांव पहुंच गए हैं। उन्हें बिना स्‍क्रीनिंग गांवों में घुसने पर पांबदी लगा दी गई है। यह पांबदी किसी ओर ने नहीं, बल्कि ग्रामीणों की ओर से लगाई है।

इसके चलते बीकानेर में नोखा अचंल के थावरियां, सूरपुरा, जसरासर, पांचू, साधूणा और कक्कू समेत जिले के दर्जनों गांवों में ऐसे हालातों की खबरें सामने आई, इससे पुलिस ने भी सतर्कता बढा दी है। इधर, बिना स्‍क्रीनिंग गांवों में पहुंचे लोगों की सूचना मिलने के बाद चिकित्सा विभाग अधिकारियों के कान खड़े हो गए हैं।

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जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के मुंबई में ज्यों ही कोरोना का कहर बरपना शुरू हुआ तो वहां से बड़ी तादाद में प्रवासियों का पलायन शुरू हो गया। सबसे ज्यादा प्रवासी नोखा अंचल के ग्रामीण अंचल से जुड़े लोगों का होने के कारण आंशका जताई जा रही है कि मुंबई से सीधे गांव पहुंचे इन लोगों में कई जने कोरोना संदिग्ध हो सकते हैं। वहीं, नोखा के ब्लाक सीएमएचओ डॉ. श्याम बजाज ने दावा किया है कि मुंबई से आने वाली ट्रेनों के जरिये नोखा पहुंचे ज्यादात्तर प्रवासियों की स्‍क्रीनिंग हो गई है, जो लोग बिना स्‍क्रीनिंग कराये अपने गांवों में पहुंच गए, उन्हें स्‍क्रीनिंग के लिये बुलाया जा रहा है।

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डॉ. बजाज ने बताया कि जो लोग बिना स्‍क्रीनिंग कराये गांव पहुंच गये है, उन्हें जागरूक ग्रामीण स्‍क्रीनिंग के लिये लेकर आ रहे हैं। इनमें जो कोरोना संदिग्ध लग रहे उन्हें बीकानेर के आईसोलेशन वार्ड में रैफर किया जा रहा है। गौरतलब रहे कि बीकानेर ग्रामीण अंचलों में ऐसे हजारों की तादाद में लोग हैं जो मुंबई में काम धंधा करते हैं। इनमें अधिकांश लोग कामगार श्रेणी के हैं, जो वहां कोरोना का प्रकोप बढने के बाद आपातकालीन हालातों में पलायन कर आये, लेकिन अब गांवों में घुसने के लिये उन्हें मेडिकल स्‍क्रीनिंग समेत होमआईसोलेशन के अलावा अपने ही गांव में उपेक्षा का शिकार होना पड़ा रहा है।

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इसी तरह जिले के महाजन थाना क्षेत्र में चार ग्रामीण अलग-अलग बाहर से गांव में आये है जिसको लेकर गांवों वालों में दहशत का माहौल बन गया। जब इसकी सूचना चिकित्सकों को मिली तो चिकित्सको ने तुरंत चारों लोगों को घर में रहने की हिदायत दी कि आप लोगों किसी भी ग्रामीण से अगले 14 दिनों तक नहीं मिलने के आदेश दिया है। चार युवक महाराष्ट्र गुजरात, दिल्ली व गुजरात से आये है। चिकित्सा प्रभारी देवाशीष सिंह शेखावत ने बताया कि महाजन गांव के आसपास ग्रामीणों में डॉक्टरों की टीम को भेजकर लोगों को घर में रहने की हिदायत दी है।

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