







जयपुरabhayindia.com बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के सह अचार्य डॉ.सतीश कुमार महला ने आज जयपुर स्थित कौशल भवन में आरएसएलडीसी के अध्यक्ष डॉ. नीरज के पवन एवं प्रबंध निदेशक गवांडे प्रदीप केशवराव की उपस्थिति में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के महाप्रबंधक के रूप में पदभार ग्रहण किया।
गौरतलब है कि डॉ. महला बीते कई साल से बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में सह आचार्य के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे थे। इस अवसर पर महाप्रबंधक डॉ.महला ने कहा कि संपूर्ण प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार में नियोजन करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य रहेगा की प्रदेश के युवाओं में कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से उनकी रचनात्मकता, सृजनात्मकता और रोजगारपरक क्षमता विकसीत किया सके। वर्तमान में कौशल विभाग प्रदेश के विद्यर्थियो और बेरोजगार युवाओं के लिए असंख्य लाभदायक योजनाओं का संचालन कर रहा है।
उनकी प्राथमिकता है कि अधिक से अधिक युवाओ को इन लाभदायक योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जा सके और उनका सफल रोजगार नियोजन किया जा सके । भारत जैसे बढ़ती अर्थव्यवस्था और उद्योगों को वृहत स्तर पर और कुशल कार्यबल की आवश्यकता है। ऐसे में कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों से इन क्षेत्रों में कुशल कर्मियों की आपूर्ति को पूरा किया जा सकता है। कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से निजी क्षेत्र और उद्योगो में कुशल कर्मियों की मांग की पूर्ति सुनिशिचत की जा सके।
साथ प्रदेश के युवाओं को उनकी बेहतर आजीविका के लिए विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण और प्रदान करना उनका प्रमुख उद्देश्य रहेगा।
महला ने कहा कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम का मुख्य उद्देश्य युवाओं की प्रतिभाओं में विकास, विस्तार और कार्य क्षेत्र में अवसर पैदा करना और उन क्षेत्रों को अधिक विकसित करना है, जो पिछले कई साल से कौशल विकास के अन्तर्गत रखे गए है। साथ ही साथ कौशल विकास के लिए नए क्षेत्रों की पहचान करना भी हैं। कौशल विकास हमारे युवाओं को आत्मनिर्भर करने का सशक्त माध्यम है। निगम कई अभिनव योजनाओं के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और राज्य प्रगति में योगदान देने के लिए विशेष प्रयास भी करेगा।



