








बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के छोटा रानीसर बास में पेयजल की किल्लत से लोगों के हाल बेहाल हो रहे हैं। इस कोरोना काल में पानी जैसी आवश्यक सेवा के ना मिलने पर लोगों में संबंधित विभाग व जिला प्रशासन के प्रति रोष बढता जा रहा है। यहां के वाशिंदे पेयजल के लिए टैंकर मंगाने को मजबूर है। समर्थ लोग तो टैंकर मंगवा लेते है, लेकिन अधिकांश मजबूरी में शहर के अन्य इलाकों से दूध की टँकियों में अपने पीने का पानी लाकर जीने का जतन कर रहे हैं। इस गर्मी में लोग नहाने के लिए आसपास के मंदिरों में जा रहे हैं।
क्षेत्र में पिछले एक माह से पेयजल की किल्लत झेल रहे लोगों ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के आला अफसरों से लेकर जिला प्रशासन तक अपनी गुहार लगाई, लेकिन उन्हें प्यास बुझाने के लिए कोरे आश्वासन ही मिले। जिससे अब लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। क्षेत्र के लोगों की पुरानी मांग है कि यहां कम से कम दस इंच की पाइप लाइन डाली जाए।
इस सम्बंध में इलाके के पूर्व पार्षद व तत्कालीन उपमहापौर अशोक आचार्य ने राज्य सरकार से पत्राचार किया था, लेकिन बाद में सरकार बदलने से बात सिरे नहीं चढ़ पाई। वर्तमान में यहां भाजपा की पार्षद दर्शना मेघवाल हैं। भाजपा में अर्जुन खेमे की मानी जानी वाली पार्षद पर निष्क्रियता के आरोप यहां के लोग खुलेआम लगा रहे हैं। बहरहाल, यहां पाइप लाइन बहुत छोटी है जबकि यहां घनी आबादी है हजारों मकान हैं।
लोगों ने बताया कि एक तो पाइप लाइन छोटी है ऊपर से पीछे लोग बूस्टर लगाकर पानी के फ्लो को कम कर देते हैं। इलाके में अवैध कनैक्शन की भी समस्या है। इधर, विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस समस्या से आंखें मूंदे बैठे हैं। यहां के लोगों ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी इसकी शिकायत डाली, लेकिन आज तक कोई नतीजा नहीं निकला है। अब थक हारकर एक शिष्टमंडल जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला को इस समस्या की जानकारी देंगे।







