








बीकानेरAbhayindia.com महिला मरीज के इलाज में लापरवाही बरतने पर परिजनों की ओर से आशीर्वाद नर्सिंग होम की डॉ.मिनाक्षी गोम्बर के खिलाफ न्यायालय के जरिए वाद दायर किया गया है। परिवादी तेलीवाड़ा क्षेत्र निवासी राजेश बागड़ी ने इस संबंध में एक वाद अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-१ में दायर किया है। इसके जरिए आरोप है कि जवाहर नगर स्थित आशीर्वाद नर्सिंग होम की डॉ.मीनाक्षी गोम्बर ने परिवादी की पत्नी सुलेखा बागड़ी को गर्भावस्था में छठे माह में २६ मई २०२१ को दिखाया गया था। इसके बाद डॉ.गोम्बर ने उनकी पत्नी की जांचें की और २१ अगस्त को डिलेवरी डेट दी गई।
आरोप है कि कई बार जांच कराने के बाद चिकित्सक ने रुपए के लालच में पीडि़त महिला की समय से पहले जबरन सीजेरियन डिलेवरी कर दी। इसके बाद से ही उसकी तबीयत खराब हो गई, तो उसे कोराना बताकर पीबीएम रेफर कर दिया, परिजन महिला मरीज को इसके बाद पीबीएम अस्पताल ले गए लेकिन आराम नहीं मिलने पर उसे १९ अगस्त को जयपुर के सीके बिरला अस्पाल में भर्ती कराया, जहां पता चला की डिलेवरी के दौरान चिकित्सकों ने लापरवाही रहने से महिला की पेट की आंते डेमेज हो गई।
इस कारण दूषित पानी पूरे शहरी में फैल गया, इससे सांस लेने में परेशानी होने लगी। जयपुर के अस्पताल में तुरंत ऑपरेशन किया गया, फिर वहां से आने के बाद बीकानेर के एक ओर निजी अस्पताल में उपचार शुरू किया गया, वर्तमान में भी पीडि़त महिला का उपचार चल रहा है, वो बेडरेस्ट पर है। परिजनों का आरोप है डॉ.गोम्बर ने इलाज में लापरवाही बरती है, इससे महिला की तबीयत बिगड़ती चली गई। परिवादी ने उक्त प्रकरण में चिकित्स व अन्य स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए नया शहर पुलिस को भेजने का आग्रह किया है।
उधर, एडवोकेट हनुमानसिंह पडि़हार के अनुसार उक्त मामले में एएमजेएस संख्या-१ बीकानेर न्यायालय ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए धारा१५६(३) सीआरपीसी में मुकदमा दर्ज करने के लिए नयाशहर पुलिस थाना अधिकारी को आदेश दिए है।





