







बीकानेर Abhayindia.com केन्द्र सरकार रेल को निजी हाथों में देने की तैयारी में जुटी है। दूसरी ओर देशभर में रेल कर्मचारी संगठन निजीकरण के खिलाफ आक्रोश जता रहे हैं।
उत्तर पश्चिमी रेलवे मजदूर संघ ने निजीकरण को सभी के लिए घाटे का सौदा बताया है। संगठन के संगठन के मंडल मंत्री एवं जयपुर जोन के कार्यकारी महामंत्री अंसार अहमद ने रेलवे के निजीकरण के खिलाफ संगठन स्तर पर आंदोलन तेज करने की बात कही है।
रविवार को स्टेशन पर स्थित संगठन के कार्यालय में अभय इंडिया के साथ बातचीत में अंसार अहमद ने माना कि रेलवे का निजीकरण रोकने के लिए रेल कार्मिकों के सभी संगठनों को एकजुटता के साथ आगे आना होगा। सभी को मिलकर ही इसका विरोध करना होगा।
बनाएंगे रणनीति…
अंसार अहमद ने कहा कि उनका संगठन राष्ट्रीय स्तर पर भी रेल के निजीकरण के खिलाफ आंदोलनरत है, आगे भी रणनीति बनाकर इसका विरोध जारी रहेगा। संगठन के शाखा अध्यक्ष हरिदत्त मिश्रा, संयुक्त सचिव आसूराम सोलंकी, शाखा कोषाध्यक्ष इरफान खाने ने एक स्वर में कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता के चलते रेल को निजीकरण में धकेल रही है।
इससे रेल यात्रियों पर भार बढ़ेगा। आम आदमी के लिए रेल का सफर मुश्किल होगा। निजीकरण के बाद किसी तरह की जिम्मेवारी किसी की नहीं होगी। संगठन इसका पूरजोर ढंग से विरोध करता रहेगा। इस दौरान मनोज कुमार, मनमोहन, हरकेश जोशी, किशोर ङ्क्षसह, संजय प्रजापत सहित संगठन के सदस्य मौजूद रहे।



