बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। कांग्रेस नेता गोपाल ने अपने चिर–परिचित अंदाज में कहा कि गौशाला आंदोलन के दौरान मेरी छवि खराब करने की खूब कोशिश की गई। नगर निगम परिसर में टायरों की हवा यशपाल ने निकाली थी और आईएएस अधिकारी ने मुदकमा मुझ पर दर्ज कराया। इसके बावजूद मैं विचलित नहीं हुआ। उलटे मैं खुद एसपी के पास जाकर खड़ा हुआ और कह दिया मुझे गिरफ्तार कर लो, लेकिन ये आप लोगों की ताकत थी, जिससे आंदोलन सफल हुआ, और मेरे आंच भी नहीं आई।
मैं सर्कस का शेर नहीं
गहलोत ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि गोपाल गहलोत सर्कस का शेर नहीं है, ये लाल बत्ती 2013 में बीजेपी से ला सकता था, लेकिन हम है जंगल के शेर है, शिकार खुद करते हैं। किसी ने ला दिया और शेर ने खा लिया, ऐसा नहीं करते। गहलोत ने दावा किया मैंने अपनी जिंदगी में अपने भले के लिए कभी किसी साथी को खराब नहीं किया। गहलोत ने कहा कि गौशाला आंदोलन 35 दिन तक चलाया, इस दौरान सिस्टम ने मुझे पर काफी दबाव बनाया, लेकिन मैं आप लोगों के दम पर डटा रहा। और आखिरकार हमें सफलता भी मिली।
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