बीकानेर abhayindia.com भुट्टो के चौराहे पर मिठाई दुकान के बाहर खड़़ी कार के पार्किग की बात को लेकर वर्दी की धौंस दिखाकर दो युवकों से मारपीट और अभद्रता के आरोपी सदर थाने के हैड़ कांस्टेबल भानीदान चारण को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलम्बित कर दिया है। वहीं भानीदान के साथ शामिल रहे कांस्टेबल मुकेश और नीरज कुमार के खिलाफ जांच कार्यवाही के निर्देश दिये है। रविवार की रात हुए इस प्रकरण की FIR को लेकर सस्पेंश बना हुआ है। पीडि़त पक्ष का कहना है कि हमने घटना का पूरा ब्यौरा देते हुए सदर थाना प्रभारी को परिवाद दे दिया है। जबकि सदर थाना प्रभारी ने कहा कि पीडि़त पक्ष की ओर से फिलहाल FIR दर्ज नहीं करवाई हुई है।
सियायी तूल पकडऩे लगी घटना : इधर सियासी नेताओं ने इस घटना को तूल देना शुरू कर दिया है। महिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुनिता गौड़ का कहना है कि ऐसी घटनाओं से ना सिर्फ पुलिस की छवि खराब हो रही है बल्कि राज्य सरकार की छवि भी खराब हो रही है। युवा भाजपा नेता सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने इस घटना का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस राज में बेअंकुश हुए पुलिसकर्मी अब सीधे रूप से गुण्डागर्दी पर उतर आये है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इस घटना के विरोध में ईशान के परिजन व समर्थन आज शाम चार बजे जिला कलक्टर व एसपी ऑफिस के सामने शांतिपूर्वक धरना लगाकर विरोध दर्ज करवाएंगे।
पीडि़त ईशान के पिता सीए सुधीश शर्मा ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने अभी तक आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है, केवल निलंबित करना पीडि़त को न्याय नहीं है। साथ ही उन्होंने बताया कि आरोपी को निलंबित किए गए ऑर्डर की कॉपी भी पुलिस प्रशासन से मांगेंगे।
यह हुआ घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार रविवार की रात करीब आठ बजे अमरसिंहपुरा निवासी सीए सुधीश शर्मा का बेटा ईशान शर्मा (24) अपने साथी प्रीतपाल सिंह के साथ कार लेकर भुट्टों का चौराहा पर मिष्ठान भंडार पर मिठाई लेने गया। जहां कार पार्किंग को लेकर दो लोगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए गाली-गलौज की,गाड़ी को थाने ले जाने लगे। रास्त में दीनदयाल सर्किल पर कार को रोककर आरोपी हैड कांस्टेबल भवानीदान आदि ने ईशान से मारपीट शुरू कर दी। पुलिस कर्मियों ने बाद में थाने से गाड़ी भी बुलवा ली। वे ईशान को थाने ले जाने लगे और दीनदयाल सर्किल पर कार रोककर ईशान से लातों व मुक्कों से मारपीट की, जिससे वह लहूलुहान हो गया। पुलिसकर्मियों ने उसे जबरन गाड़ी में डालकर ले जाने की कोशिश की, तब राहगीरों ने बीच-बचाव कर उसे छुड़ाया। बाद में पुलिसकर्मी बताने वाले तीनों जने भाग गए। ईशान के पिता सुधीश शर्मा ने आरोप लगाया कि सदर थाने के हैड कांस्टेबल भवानीदान व उसके साथियों ने बेटे ईशान के साथ मारपीट की, वे शराब पीये हुए थे।