बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। पूर्व मंत्री एवं भाजपा के कद्दावर नेता देवीसिंह भाटी के आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लडऩे के ऐलान से उनके समर्थकों में मायूसी छाई हुई है। इस बीच दो समर्थक सोमवार रात गांव राववाला में पानी की टंकी पर चढ़ गए। वे भाटी के चुनाव नहीं लडऩे के ऐलान से खुद को आहत बता रहे थे। पुलिस और गांववासी उनसे टंकी से नीचे उतरने के समझाइश करते रहे। इसके बावजूद वे नहीं माने। आखिरकार देर रात करीब ढाई बजे वे टंकी से नीचे उतर गए।
बज्जू थानाप्रभारी भवानी सिंह ने ‘अभय इंडिया’ को बताया कि राववाला गांव निवासी आसुराम नायक (५०) और कालू खां (२२) सोमवार रात को पानी की टंकी पर चढ़ गए। इसकी सूचना मिलने पर वे मय जाब्ता मौके पर पहुंच गए और उनसे टंकी से नीचे उतरने के लिए समझाइश की, लेकिन नहीं माने। उनका कहना था कि देवीसिंह भाटी द्वारा चुनाव नहीं लडऩे के ऐलान से वे आहत है। जब तक वे चुनाव लडऩे के लिए राजी नहीं हो जाते हम टंकी से नीचे नहीं उतरेंगे। इस दौरान पुलिस और गांववासियों ने भी उनसे टंकी से नीचे उतरने के लिए समझाइश करते रहे, लेकिन वे नहीं माने। देर रात करीब ढाई बजे आखिर समझाइश काम कर गई और वे टंकी से नीचे उतर गए।
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी पिछले चार वर्षों में कई मर्तबा आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लडऩे का ऐलान कर चुके है। हाल में बीकानेर में प्रेस वार्ता के दौरान भी उन्होंने अपना यह ऐलान दोहराया। उन्होंने साफतौर पर कहा कि अब वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन राजनीति के माध्यम से वे जनसेवा में पूर्व की तरह जुटे रहेंगे। भाटी ने यह भी कहा कि देशी पद्धति से लोगों के रोगों का इलाज करने में उन्हें बहुत सुकून मिल रहा है। इस काम को और आगे बढ़ाने में ही अपना समय खर्च कर रहे हैं। भाटी ने ऐेस कई उदाहरण भी गिनाए जिसमें गंभीर रोगी उनकी ओर से सुझाई गई देशी चिकित्सा पद्धति से पूरी तरह ठीक हो गए। बहरहाल, भाटी के चुनाव नहीं लडऩे के इरादे से उनके समर्थकों में हलचल तेज हो गई है।