बीकानेर Abhayindia.com नयाशहर थाना क्षेत्र के दम्माणी चौक निवासी एक रिटायर्ड कर्मचारी महावीर प्रसाद सारस्वत के बैंक खाते से धोखाधडी कर19 लाख 80 हजार रुपए निकालने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी गजानंद सारस्वत व उसकी मंगेतर को अरेस्ट कर लिया है। उनके कब्जे से राशि भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने बताया कि दोनों ने मिलकर इस पूरी साजिश को अंजाम दिया था।
आपको बता दें कि दम्माणी चौक निवासी महावीर प्रकसाद सारस्वत ने नयाशहर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई की मेरा एसबीआई जस्सूसर शाखा में सेविंग एकाउंट है। इस एकाउंट से मैंने चैक बुक भी जारी करा रखी है। उसी चैक बुक में से किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरा हस्ताक्षरित चैक मेरे घर से चुराकर 27 अप्रेल को मेरे खाते से सेल्फ चैक लगाकर बैंक मैनेजर के साथ आपराधिक षडयंत्र रचते हुए बिना मुझे जानकारी दिए 19 लाख 80 हजार रुपए धोखाधडी करते हुए निकाल लिए। परिवादी के अनुसार, उसका बेटा जयपुर अस्पताल में भर्ती है। उसके इलाज के लिए रुपए निकालने गया तब उसे पता चला कि उसके खाते से रुपए निकल गए।
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने इस मामले को गंभीरता से लते हुए एएसपी अमित कुमार, सीओ सिटी दीपचंद के निकट सुपरविजन में नयाशहर थानाप्रभारी गोविंद सिंह चारण की अगुवाई में टीम गठित की। टीम ने त्वरित गति से अनुसंधान करते हुए सबसे पहले बैंक के सीसीटीवी फुटेज जुटाए।उसके आधार पर संदिग्धों से पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में आरोपियों ने राज उगल दिया। इस आधार पर पुरानी लाइन गंगाशहर में ब्राहमणों का मोहल्ला निवासी गजानंद (29) पुत्र रमेश ओझा व उसकी मंगेतर डूडी पेट्रोल पंप के पीछे निवासी अन्नपूर्णा सारस्वत को गिरफतार कर लिया। बाद में उनसे उक्त राशि भी बरामद कर ली गई। आरोपी गजानंद परिवादी महावीर प्रसाद के साले का बेटा है।