सुरेश बोड़ा abhayindia.com प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं के मतभेद अब पूरी तरह उभर कर सामने आने लगे है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के एकजुटता के संदेश का भी इन पर कोई असर नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट में चल रही अनबन की खबरों के बीच अब क्रिकेट की राजनीति को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी और पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी का झगड़ा भी सबके सामने आ गया है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष जोशी ने मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत को क्रिकेट की राजनीति में उतारने की रणनीति बना रहे हैं, वहीं रामेश्वर डूडी भी उनसे दो-दो हाथ करने को बिल्कुल तैयार नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डूडी ने अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि जोशी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर क्रिकेट का गला घोंटना चाहते है। सरकार में उच्च स्तर से जिला क्रिकेट संघों पर दबाव बनाया जा रहा है। वैभव गहलोत को साथ लेकर जोशी ने सीएम को भी गुमराह किया है। डूडी ने कहा कि वे इस मामले को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष उठाएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के ही कुछ दिग्गजों ने पहले मुझे विधानसभा चुनाव हराया और अब जब से मैने क्रिकेट को आगे बढ़ाने का काम हाथ में लिया तो पार्टी के ही कुछ बड़े नेता मुझे इससे दूर करने में जुट गए। मेरे समर्थक जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारियों को धमकाया जा रहा है। उन्होंने एकबार और दावा करते हुए कहा कि मैं आरसीए अध्यक्ष का चुनाव अवश्य लडूंगा, चाहे सामने कोई भी लड़े।
इधर, डॉ. जोशी गुट ने शनिवार को बैठक कर आगामी रणननीति बनाई। बताया जा रहा है कि जोशी गुट अब सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर नया चुनाव अधिकारी नियुक्त कराने का आग्रह करेगा। सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार इस बारे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को पत्र लिखेंगे।