








जयपुर abhayindia.com प्रदेश में नवंबर में होने वाले शहरी निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (पीसीसी) में स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में अनुच्छेद 370 का मुद्दा छाया रहा। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जब नेताओं को बोलने का मौका दिया तो अनुच्छेद 370 पर उनका दर्द फूट पड़ा।
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस मुद्दे पर खुलकर बात रखने की दलील दी। बुधवार को हुई बैठक में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद गुरुवार को भी प्रदेश के नेताओं ने इस प्रकरण से भाजपा को लाभ होता नजरआने की बात कही। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय व सचिवालय स्थित मंत्रियों के दफ्तरों में विधायकों और नेताओं में अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर ही चर्चा रही।

बैठक में पूर्व चिकित्सा मंत्री दुर्रू मियां ने कहा कि अनुच्छेद 370 पर पार्टी का रुख साफ नहीं है। कभी जयराम रमेश और शशि थरूर पीएम मोदी की तारीफ करने की बात कहते हैं, जबकि राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष के बयान अलग हैं। हम जनता को जवाब क्या दें, जनता हमसे पूछती है।
प्रदेश के अधिकांश कांग्रेस नेता चाहते हैं कि पार्टी अनुच्छेद 370 पर अपना रुख साफ रखे और राष्ट्रीय नेता अलग-अलग बयानबाजी नहीं करें। इनका मानना है कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध करने से स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है, क्योंकि आम लोग अनुच्छेद 370 हटाए जाने से खुश हैं।







