Sunday, April 20, 2025
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“आजाद” का अंतिम संस्‍कार, … इसलिए उन्‍हें कहा जाता था “सरकार की आवाज”

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बीकानेर abhayindia.com सूचना एवं जनसंपर्क उपनिदेशक तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निजी स्टाफ के सदस्य किशन कुमार आजाद का अंतिम संस्‍कार शुक्रवार को यहां जस्‍सूसर गेट के बाहर स्थित व्‍यासों के श्‍मशान स्‍थल पर किया गया। उनके शव को मुखाग्नि उनके पुत्र एडवोकेट घनश्‍याम व्‍यास ने दी। आजाद का गुरुवार शाम जयपुर में निधन हो गया था।

उनकी अंतिम यात्रा कीकाणी व्‍यासों का चौक स्थित उनके निवास स्‍थान से रवाना हुई। अंतिम यात्रा में जयपुर के वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता नूर मोहम्‍मद, पूर्व सभापति चतुर्भुज व्‍यास, हीरालाल हर्ष, राजेन्‍द्र जोशी, मक्‍खन जोशी, कमल कल्‍ला, अविनाश जोशी, गोपीराम जोशी, ममू महाराज, जयपुर से आए पत्रकार आर. के. जैन, मनमोहन हर्ष, दीपचंद सांखला, श्‍याम शर्मा, दिलीप भाटी, मोहन शर्मा, नीरज जोशी, सुरेश बोड़ा, दिनेश चंद्र सकसेना, हरिशंकर आचार्य, राजेन्‍द्र भार्गव, शिवकुमार सोनी सहित अनेक जनप्रतिनिधि, साहित्‍यकार, पत्रकार एवं प्रबुदधजन शामिल हुए।

आपको बता दें कि आजाद ने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरूआत की तथा बाद में जनसंपर्क अधिकारी के रूप में सेवाएं देते हुए अपनी विशेष पहचान बनाई। जयपुर में जनसंपर्क विभाग की साहित्य शाखा में रहते हुए वे राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के भाषण बनाने की टीम के सदस्य बने। लंबे समय तक उन्होंने ऐसे भाषण तैयार किए जिन्हें सरकार की आवाज कहा जाता था।

आजाद को वर्ष 2001 में राज्‍य स्‍तरीय नंदकिशोर पारीक पत्रकारिता पुरस्‍कार मिला। इसी तरह आजाद को प्रतिष्ठित माणक अलंकरण, भारत एकता मंच सम्‍मान सहित जिला प्रशासन बीकानेर से भी सम्‍मानित किया गया था। अपनी विशिष्‍ट कार्यशैली और प्रतिबदधता के चलते आजाद ने पूर्व मुख्‍यमंत्री हरिदेव जोशी, भैरोसिंह शेखावत के मुख्‍यमंत्रित्‍व कार्यकाल में अपनी खास पहचान बनाई थी। मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत से उनके निजी ताल्‍लुकात थे। लिहाजा उनके पूर्व तथा वर्तमान कार्यकाल के दौरान भी जनसंपर्क विभाग में उनके पास बडी जिम्‍मेदारियां रही।

वरिष्‍ठ पत्रकार श्‍याम शर्मा बताते हैं कि किशन कुमार आजाद ने अपने पिता स्व. ललित कुमार आजाद के समाचार पत्र दैनिक कलम के प्रकाशन में सहयोग के साथ ही पत्रकारिता सीखनी शुरू कर दी थी। दादा स्व. मुरलीधर व्यास राजस्थानी से भाषा का ज्ञान सीखा। व्यास ने नवज्योति के बीकानेर ब्यूरोचीफ के रूप में काम किया। बाद में राजकीय सेवा में जनसंपर्क विभाग से जुड़े।

गहलोत, कल्‍ला, शर्मा ने जताई संवेदना…

किशन कुमार व्यास के निधन का समाचार सुनकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे मेरे निजी स्टाफ के ही नहीं बल्कि परिवार के सदस्य की तरह थे। उनके निधन से मुझे धक्का लगा है। ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्‍ला, मंत्री रघु शर्मा ने भी आजाद के निधन पर शोक व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि वे बहुत ही जिंदादिल और मिलनसार इंसान थे। जनसंपर्क विभाग के माध्‍यम से दी गई उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।

Mahaveer Ranka, Former Chairman, Uit, Bikaner
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TN Purohit
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Ajay Vyas
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