








बीकानेर abhayindia.com मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएमओ जयपुर में कार्यरत उपनिदेशक (जनसंपर्क) किशन कुमार व्यास “आजाद” के निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा है कि वे मेरे निजी स्टाफ के ही नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य की तरह थे। उनके निधन से मुझे धक्का लगा है। आजाद का का गुरुवार शाम जयपुर में आकस्मिक निधन हो गया। वे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचाराधीन थे। आजाद के पुत्र एडवोकेट घनश्याम व्यास ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह जस्सूसर गेट के बाहर स्थित मोक्षधाम में किया जाएगा।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी और मिलनसार किशन कुमार आजाद ने जनसंपर्क विभाग में रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी, भैरोसिंह शेखावत के कार्यकाल के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व और वर्तमान कार्यकाल के दौरान भी अपनी विशिष्ट कार्यशैली की छाप छोडी है। इससे पहले आजाद बीकानेर में सक्रिय पत्रकारिता से भी जुडे रहे हैं। वे दैनिक कलम सहित तत्कालीन समय के अन्य समाचार-पत्रों में निष्पक्ष पत्रकारिता की मिसाल पेश की। आजाद को कुशल कार्य प्रबंधन का गुर अपने पिता बीकानेर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे ललित कुमार आजाद और दादाजी मूर्धन्य कवि मुरलीधर व्यास से मिला।
आजाद के आकस्मिक निधन की खबर जैसी ही शाम को बीकानेर में आई तो हर कोई सुनकर स्तब्ध था। पत्रकार नीरज जोशी, एडवोकेट हीरालाल हर्ष ने बताया कि जयपुर में जनसंपर्क अधिकारी रहते वे राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के राष्ट्रीय पर्व के अवसरों पर पढे जाने वाले भाषण बनाने की टीम के सदस्य रहे। लंबे समय तक उन्होंने ऐसे भाषण तैयार किए, इसलिए उन्हें सरकार की आवाज कहा जाता था।








