








24 जनवरी 2020 को शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र औऱ मकरस्थ चंद्र के समय मकर राशि में प्रविष्ट होगा। चूंकि शनि मंद गति का ग्रह है, इसलिए ढ़ाई वर्ष के करीब एक राशि मे विचरण करता है। शनि न्याय का अधिष्ठाता है, इसलिए अच्छे या बुरे का निर्णय करता है।
– शनि सूर्य नक्षत्र का है, परस्पर दोनों शत्रु स्वभाव के होने के कारण मकर का शनि ज्यादा शुभ फलदायी नहीं रहेगा।
– सामाजिक धार्मिक एवं कृषि क्षेत्र में व्यापक उठापटक का योग बन रहा है। बुद्धिजीवियों एवं वैज्ञानिकों के लिए यह समय आश्चर्यजनक सफलता का कारक है। खेलों के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल होगी। किसी महान खिलाड़ी के साथ बड़ा हादसा होगा जो दुखदायी होगा।
– राजनीति के क्षेत्र में उठापटक तथा शीर्ष नेताओं की क्षति का योग। राजनीतिक बयानबाजी से राजनीति की गरिमा घटेगी। विदेश नीति में आश्चर्यजनक परिवर्तन होंगे।
-आर्थिक मंदी से उबरने के लिए सार्थक प्रयास सरकार द्वारा किये जायेंगे जो नाकाफी सिद्ध होंगे।
-पड़ोसी देशों की कुचालों पर विजय मिलेगी। मौसम के बदमिजाज के कारण फसलों को नुकसान होगा। आमजन को परेशानी होगी। आगजनी, भूकंप तथा अन्य दुर्घटनाओं के कारण परेशानियों का दौर चलेगा।
-बाजार में तेजी की चाल विशेषकर तेल-तिलहन, सोना-चांदी तथा क्रूड ऑयल, पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि होगी।
निम्न राशि वालों के लिए इस प्रकार है -:
मेष – राजपक्ष से लाभ, धन प्राप्ति में रुकावट, पिता को लाभ शुभ और अशुभ दोनों फल मिलेंगे, यात्रा योग प्रबल खर्च भी होगा।
वृष – राजयोग प्रबल, धन लाभ, सन्तान की उन्नति, घर मे मंगलकार्य होंगे यश मिलेगा।
मिथुन – शनि का ढैय्या ओर लोहे का पाया है, इसलिए शारीरिक पीड़ा, कुटुम्ब में आकस्मिक दुर्घटनाओं का योग आर्थिक नुकसान होगा, यात्रा योग प्रबल।
कर्क – यश अपयश का योग, अनायास धन लाभ, घर मे आकस्मिक दुर्घटनाओ का योग, स्त्री पक्ष की चिंता, खर्च अधिक।
सिंह – धन लाभ, रोग शत्रुओं का जोर, मुकदमेबाजी में विजय, ससुराल पक्ष की चिंता, सन्तान की उन्नति, माता को कष्ट।
कन्या – आर्थिक उठापटक रहेगी, व्यवसाय की चिंता, पिता को लाभ, किसी मुकदमे में हार मिलेगी, यात्रा योग, स्वास्थ्य पीड़ा होगी।
तुला – शनि की ढैय्या व लोहे का पाया है, इसलिए मानसिक, शारीरिक पीड़ा को योग, धन-हानि, बेकार के विवाद से परेशानी, मांगलिक कार्यो में बाधाएं।
वृश्चिक – जमीन सवारी का लाभ, स्थान परिवर्तन का योग, मानसिक तनाव, धन लाभ, पारिवारिक समस्याएं होगी।
धनु – शनि की धन शनि की साढ़ेसाती चांदी के पाए में चालू होगी सो धन प्राप्ति कठिनता से होगी, पारिवारिक समस्याओं का निदान निकलेगा, स्वास्थ्य पीड़ा, यात्रा में नुकसान।
मकर – शनि की साढे सती सोने के पाए में चालू होगी स्वास्थ्य पीड़ा, आय के साधन बनेंगे, सन्तान की उन्नति, अनावश्यक खर्च यह समय शुभ-अशुभ दोनों फल देगा।
कुम्भ – शनि की साढ़े सती लोह के पाए में है परिवार में खर्च अधिक, कार्य क्षेत्र में मुश्किलें होगी, घर वाहन का योग, सन्तान की उन्नति होगी।
मीन – धन लाभ, जमीन का सुख मिलेगा, सन्तान पक्ष की चिंता, कार्य क्षेत्र में तकरार का योग, पत्नी पीड़ा, स्वास्थ्य पीड़ा का योग।
(ये फलादेश गोचर ग्रहानुसार है, सटीक जानकारी आप अपनी पत्रिका दिखाकर प्राप्त करें।)
जिन जातकों के शनि की ढैय्या व साढ़ेसाती चल रही है वे लोग शनि के अशुभफल को दूर करने के लिए निम्न उपाय करें–:
– शनिवार को सरसों के तेल का दान करें।
– शनिवार को ज्वार, बाजरी, काला तिल, चीनी समान चींटियों को डाले सन्ध्या समय में।
– काली डोरी गूंथकर हाथ में धारण करें।
– काली कम्बल जरूरतमंद को दान करें।
– 5 तीन काली चप्पल भी दान कर सकते हैं।
–ज्योतिषाचार्य पं. गिरवर प्रसाद बिस्सा
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