








जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में विपक्षी दल भाजपा के नेताओं के जुबानी हमलों का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार जवाब दे रहे हैं। इसी क्रम में गहलोत ने भाजपा सरकार के आने पर उनकी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को बंद किए जाने का आरोप दोहराते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की एक टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए दूध व नींब में फर्क समझाया। गहलोत ने कहा कि हम उनकी योजनाएं बंद नहीं करते, लेकिन वे हमारी सरकार की योजनाएं बंद कर देती हैं, यही फर्क है दूध व नींबू में। सीएम गहलोत ने बीकानेर के गांव जसरासर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह चुटकी ली। असल में, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने हाल में सूरतगढ़ में बिना किसी का नाम लिए हुए कहा था कि कई लोग षड्यंत्रपूर्वक एक ही झूठ बोलते आ रहे हैं रहे हैं कि वो तो मिले हुए हैं, उनमें तो मिलीभगत हैं। राजे ने कहा कि ‘जिनसे सिद्धांत नहीं मिलते, जिनसे विचारधारा नहीं मिलती, जिनसे हर दिन अमर्यादित भाषा सुनने को मिली हों, उनसे मिलीभगत कैसे सम्भव है। क्या कभी दूध और नींबू रस आपस में मिल सकते है।
बताया जा रहा है कि सीएम गहलोत ने राजे की उक्त टिप्पणी पर ही चुटकी ली है। गहलोत ने आगे कहा कि इस बार सरकार दुबारा लानी है, हम लोगों को जनहित में। जनहित तभी होगा जब इस सरकार की योजनाएं जारी रहे।
उन्होंने कहा कि हम भाजपा सरकारों की कोई योजना बंद नहीं करते। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) योजना तो वसुंधराजी की थी। उसे हम आगे बढ़ा रहे हैं। यही फर्क है वसुंधराजी और हम लोगों के अंदर। नींबू और दूध में यही फर्क है। नींबू और दूध में यही फर्क है कि हमने तो (उनकी) योजना ईआरसीपी को चालू रखा है और हमारी योजना को उन्होंने बंद कर दिया, यही फर्क है।





