







बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर के सुजानदेसर में सीवरेज के चेंबर से हुए हादसे में हुई युवक रोहित कच्छावा के मामले को लेकर कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत अपने समर्थकों के साथ आज से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। जिला कलक्ट्रेट पर धरना आरंभ होने के कुछ ही देर बाद प्रशासन की ओर से तहसीलदार राजकुमारी को वार्ता के लिए धरनास्थल भेजा गया। जहां वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता गहलोत ने उन्हें बताया कि करीब साढे तीन महीने पहले रोहित की असामयिक मौत हो गई थी, तब अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में पीडित परिवारजनों को मदद करने तथा संबंधित दोषी जनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया, लेकिन उसकी पालना अभी तक नहीं हुई है। इस संबंध तहसीलदार राजकुमारी से अभय इंडिया ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि धरनार्थियों से वार्ता कर उनकी मांगें सुनी तथा इससे प्रशासन को अवगत करा दिया गया है।
इधर, तहसीलदार के साथ हुई वार्ता का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकलने पर धरनास्थल पर गठित सुजानदेसर संघर्ष समिति का एक शिष्टमंडल कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल से मिला। शिष्टमंडल ने कलक्टर को समूचे घटनाक्रम से अवगत कराते हुए रोहित के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग की। उन्होंने बताया कि पीडित परिवार को न्याय नहीं मिलने तक धरना जारी रखा जाएगा। शिष्टमंडल में समिति के अध्यक्ष लखुराम गहलोत, उपमहापौर राजेन्द्र पंवार, पार्षद राजेश कच्छावा, अनूप गहलोत, प्रदीप उपाध्याय, मुकेश पंवार सहित अनेक जनप्रतिनिधि शामिल रहे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता गहलोत ने कहा कि लगभग चार महीने बीतने के बाद भी रोहित कच्छावा के मामले में प्रशासन की ओर से कोई संज्ञान नहीं लिया गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
आपको बता दें कि इससे पहले पार्षद मुकेश पंवार व राजेश कच्छावा ने जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर अवगत करवाया था कि सुजानदेसर में आरयूआईडीपी का सिवरेज निर्माण कार्य के दौरान चेंबर के निर्माण में लापरवाही बरती गई। चेंबर सड़क से एक–दो फीट ऊपर निकले हुए थे। इस संबंध में बार–बार अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बीच, 4 अक्टूबर 2022 को मोटरसाइकिल दुर्घटना में रोहित व हेमंत गंभीर घायल हो गए। इनमें से 7 अक्टूबर को रोहित की पीबीएम हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस मामले को लेकर बाद में अधिकारियों के साथ समझौता वार्ता रखी गई, लेकिन उसकी पालना अभी तक नहीं हुई है।



