बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास ने कहा कि बीकानेर के अनेक लोगों ने पत्रकारिता, साहित्य, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में विशेष स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने अपने हुनर से बीकानेर को विशेष पहचान दिलाई है। ऐसे लोगों की स्मृतियों को संजोए रखना अनुकरणीय है। युवा पीढ़ी को इससे इनसे सीखने के अवसर मिलेंगे।
जस्टिस व्यास ने शुक्रवार को स्व. अभय प्रकाश भटनागर स्मृति प्रन्यास द्वारा वरिष्ठ पत्रकार स्व. अभय प्रकाश भटनागर की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा और प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जस्टिस व्यास ने कहा कि बीकानेर प्रतिभाओं की खान है। यहां कला, साहित्य और संस्कृति के साथ-साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले वाली अनेक विभूतियां हुई हैं। स्व. अभय प्रकाश भटनागर इनमें से एक थे। उन्होंने सदैव सिद्धांतों की पत्रकारिता की तथा इस क्षेत्र में विशेष आयाम स्थापित किए। आज के दौर में यह सिद्धांत बेहद प्रासंगिक हैं। उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट में बीकानेर के पर्याप्त प्रतिनिधित्व को इंगित करते हुए कहा कि विधि क्षेत्र में बीकानेर प्रदेश में सर्वोच्च स्थान पर है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ओम थानवी वर्चुअल माध्यम से जुड़े और अपनी बात रखी। उन्होंने बीकानेर के पत्रकारिता के इतिहास और वर्तमान परिदृश्य के बारे में बताया। वरिष्ठ पत्रकार संतोष जैन ने स्व. अभय प्रकाश भटनागर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। इससे पहले संस्था की सचिव सरोज भटनागर ने संस्था की गतिविधियों और सम्मान समारोह के बारे में बताया।
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार केके गौड़, दिलीप भाटी और श्याम मारू को पत्रकारिता के क्षेत्र में सम्मानित किया गया। वहीं प्रमिला गंगल, भवानी शंकर व्यास विनोद और राजस्थानी भाषा, साहित्य और संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष शिवराज छंगाणी का सम्मान किया गया। व्यास और छंगाणी का सम्मान उनकी अनुपस्थिति में उनके परिजनों ने ग्रहण किया। शकीला बानो, संजय पुरोहित, आत्माराम भाटी, प्रतिमा तिवारी और असद अली असद ने अभिनंदन पत्रों का वाचन किया। कासिम बीकानेरी ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा ने किया। अविनाश व्यास ने स्व. हरीश भादानी के गीत की बेहतरीन प्रस्तुति दी। इस दौरान कला, साहित्य, संस्कृति और पत्रकारिता क्षेत्र के अनेक लोग मौजूद रहे।