बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। पूर्व मंत्री एवं भाजपा के कद्दावर नेता देवीसिंह भाटी के ‘मन की टीस’ रविवार को आखिरकार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी के सामने आ गई। देशनोक में कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल हुए अशोक परनामी के समक्ष पूर्व मंत्री भाटी ने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने न केवल पार्टी के देहात जिलाध्यक्ष को लेकर चल रही नाराजगी को जाहिर किया, बल्कि कई बार निमंत्रण के बाद भी मुख्यमंत्री के यहां नहीं आने की बात भी कही। प्रदेशाध्यक्ष परनामी ने भी अपने संबोधन के दौरान भाटी को आश्वस्त किया कि उनकी बात सीएम तक पहुंचा दी जाएगी।
इससे पहले देशनोक में पूर्व मंत्री भाटी ने प्रदेशाध्यक्ष परनामी की ओर से मुखातिब होते हुए कहा कि गांव भलूरी में लोगों के मकान अग्रिकांड की भेंट चढ़ गए थे। हमने नए मकान बनाकर उनका पुनर्वास कराया। तब आपके माध्यम से मुख्यमंत्री को यहां बुलाना चाहा, लेकिन वो नहीं आईं। इसके बाद कपिल सरोवर की सफाई कराई गई। एक ही बारिश में सरोवर लबालब हो गया। तब भी आपसे बात हुई, लेकिन कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। इसी तरह बीकानेर में बारुद फैक्ट्री के कारण पांच मकान क्षतिग्रस्त हो गए। हमने एक बार फिर कार्यकर्ताओं और जन सहयोग से उनका पुनर्निर्माण कराया। तब भी आपके माध्यम से हमने निमंत्रण भेजा, लेकिन सीएम नहीं आई। भाटी का इन बातों के माध्यम से परनामी को साफ संदेश था कि यदि प्रदेश की मुखिया तवज्जो नहीं देगी तो कार्यकर्ताओं को मनोबल आखिर बढ़ेगा कैसे।
भाटी ने क्षेत्र के किसानों की पीड़ा को भी पुरजोर ढंग से उजागर करते हुए कहा कि उनकी जमीन अवाप्त कर ली गई, लेकिन मुआवजा नहीं दिया। समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद के मामले में भी किसान ठगा जा रहा है। भाटी ने कहा कि हालात यह हो गए है कि आंदोलन करने पर ही काम होता है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जैसलमेर हाइवे पर चल रहे सड़क निर्माण के दौरान अनियमितताएं हो रही थी। इसके चलते सड़क हादसे हो गए। कई लोगों की मौत हो गई। मैंने आंदोलन की चेतावनी दी, धरने पर बैठा, तब जाकर वहां व्यवस्था में सुधार आया। भाटी ने अपने संबोधन में देहात जिलाध्यक्ष सहीराम दुसाद की ओर इशारा करते हुए साफ कह दिया कि जिसने कोलायत और लूनकरणसर में पार्टी विरोधी काम किया उसे आपने जिलाध्यक्ष बनाकर इनाम दे दिया। भाटी के पूरे संबोधन को प्रदेशाध्यक्ष परनामी ने गंभीरता से सुना, बल्कि बीच-बीच में अपनी डायरी में नोट्स भी लिखते नजर आए। बैठक के दौरान भाटी की खरी-खरी बातों पर कार्यकर्ताओं ने भी तालियां बजाकर समर्थन जताया।