जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां विधानसभा चुनाव में करीब सवा साल बाकी है लेकिन करीब 25 हजार राजनीतिक नियुक्तियां और संगठनात्मक नियुक्तियां अभी तक अटकी हुई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के चलते कांग्रेस के आला नेता विरोध-प्रदर्शनों में व्यस्त हैं। लिहाजा नियुक्तियां का पिटारा खुल नहीं पा रहा। इधर, नियुक्तियों में हो रही देरी के चलते कार्यकर्त्ताओं में भी असंतोष बढ़ रहा है। दिल्ली सहित प्रदेश और जिला स्तर पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में भी पहुंचने वाले कार्यकर्त्ताओं की संख्या में कमी साफ देखी जा रही है।
आपको बता दें कि गहलोत सरकार ने अपने तीन साल के शासन के बाद विभिन्न बोर्ड-निगमों और आयोग में राजनीतिक नियुक्तियां की थीं लेकिन अभी भी एक दर्जन बोर्ड- निगमों और यूआईटी ऐसी हैं जहां पर नियुक्तियां होनी हैं। इसके लिए दावेदार भी पार्टी के आला नेताओं और मंत्रियों के चक्कर निकाल कर थक गए हैं।
इधर, पार्टी नेताओं का कहना है कि ईडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने पूरी तरह से संगठनात्मक और राजनीतिक नियुक्तियों की कवायद पर ब्रेक लगा दिया है। अब यह नियुक्तियां कब होंगी इस बारे में कोई भी जवाब देने को तैयार नहीं है। इसके चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के सब्र का बांध भी अब जवाब देने लगा है, जिन कार्यकर्ताओं का नंबर पहले राजनीतिक नियुक्तियों में नहीं आ पाया था वो कार्यकर्ता अब खुद को संगठन में एडजस्ट कराना चाहते थे लेकिन अभी तक जिला और ब्लॉक लेवल पर भी संगठनात्मक नियुक्तियां नहीं हो पाई है जबकि 5 जून तक 400 ब्लॉक अध्यक्षों की घोषणा करने का दावा पार्टी के शीर्ष नेताओं की ओर से किया गया था।