जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि पायलट गुट के दबाव के चलते पार्टी हाइकमान जल्द ही सत्ता और संगठन में फेरबदल की कवायद में जुटा हुआ है। इसी क्रम में इस बार नगर विकास न्यास, विभिन्न अकादमियों में अध्यक्ष और सदस्य बनाए जाएंगे। जिला स्तर की कमेटियां भी गठित होगी। खबर यह भी है कि गहलोत के मंत्रिमंडल में करीब आधा दर्जन मंत्रियों का हटाया भी जा सकता है। उनकी जगह नए चेहरों को जगह दी जा सकती है जिनमें पायलट गुट के विधायक शामिल हो सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट गुट के विधायक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात का समय मांग रहे हैं। यह विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के नेतृत्व में दिल्ली जाएंगे। इधर, अब तक गहलोत के साथ रहे विधायक दानिश अबरार और प्रशांत बैरवा ने हाल में सचिन पायलट से मुलाकात कर आगामी समय में राजनीतिक रूप से उनके साथ रहने का वादा किया है।
विधायक सोलंकी का कहना है कि पार्टी आलाकमान ने 2022 में पायलट को सीएम बनाने का वादा किया था। अब यह वादा पूरा किया जाना चाहिए। पायलट के सीएम बनने से कांग्रेस के जनाधार में बढ़ोतरी होगी। सोलंकी ने पायलट खेमे के विधायकों और नेताओं के साथ बैठक कर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में पायलट के कारण ही पूर्वी राजस्थान और कोटा संभाग में कांग्रेस को बढ़त मिली थी।