बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल की बीकानेर में चार फरवरी को प्रस्तावित हुंकार रैली से सियासी जगत में हड़कंप सा मचा हुआ है। रैली में सात लाख से ज्यादा भीड़ जुटाने के बेनीवाल के दावे में कितना दम है, इसका पता तो रविवार को ही लग सकेगा, लेकिन इससे एकबारगी सिस्टम की नींद में जरूर खलल पड़ गया है। उसे भीड़ के मद्देनजर विशेष इंतजाम करने पड़ रहे हैं। हुंकार रैली ने भाजपा और कांग्रेस की नींद भी उड़ा रखी है। हाल में उपचुनावों में मिली करार हार के बाद यह हुंकार रैली भाजपा नेताओं के माथे पर भी कहीं न कहीं चिंता की लकीरें खिंचती नजर आ रही है। कांग्रेस भी हनुमान के यहां बढ़ते दायरे को पचा नहीं पा रही। खासतौर से जाट नेताओं को तो अपनी जमीन साफतौर पर खिसकती नजर आ रही है।
बहरहाल, विधायक हनुमान बेनीवाल ने ‘अभय इंडिया’ से बातचीत में बताया कि उनकी हुंकार रैली बीकानेर में इतिहास रचेगी। इसमें बड़ी संख्या में न केवल नौजवान और किसान, बल्कि अन्य वर्गों के लोग भी जुटेंगे। बेनीवाल ने दावा करते हुए कहा कि कांगे्रस और भाजपा दोनों आपस में मिली हुई है। उपचुनाव में कांग्रेस इसलिए जीत गई, क्योंकि मोदी और वसुंधरा से लोग परेशान थे और कोई तीसरा विकल्प उनके पास नहीं था। हम जल्द ही सीकर और जयपुर में विशाल रैली करके प्रदेश में तीसरे फ्रंट का ऐलान करने जा रहे हैं।
बेनीवाल ने कहा कि हमारी मुख्य मांग किसानों का कर्जा माफ करने, मुफ्त बिजली देने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने, बेरोजगारों को रोजगार देने की है। प्रदेश में चार लाख पद रिक्त हैं, लेकिन सरकार नौकरियों के बजाय केवल डिग्रियां ही बांट रही हैं। हमारी मांग है जब तक उन्हें नौकरियां न मिले तब तक उचित बेरोजगारी भत्ता मिले। हम प्रदेश को टोल मुक्त करने की भी मांग कर रहे हैं। माइनिंग पॉलिसी में बदलाव चाहते है ताकि किसानों को भी लीज मिल सके। बेनीवाल ने कहा कि शहीदी भगतसिंह और तांत्या टोपे ने अंग्रेजों से आजादी दिलाई थी। अब प्रत्येक जवान को आजादी की एक और लड़ाई लडऩी होगी।
हनुमान की हुंकार से मच रहा हड़कंप!
- Advertisment -