सुरेश बोड़ा
बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। गौवंश के मुद्दे को लेकर चल रहे कांग्रेस के आंदोलन का दायरा अब बढऩे लगा है। बुधवार को बड़ी संख्या में महिलाओं की रैली निकली। इसमें महिलाएं एक ही रंग के परिधान में सजी-धजी पहुंची। रतनबिहारी पार्क सहित विभिन्न क्षेत्रों से रवाना हुई रैली कलक्ट्रेट पहुंची। वहां कलक्ट्री परिसर का चक्कर निकालने के बाद वो कर्मचारी मैदान में सभा के रूप में तब्दील हो गई। इस दौरान महिलाओं ने गाय माता को बचाने का आह्वान करते हुए इसे लेकर राज्य सरकार और प्रशासन के रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। उधर, आंदोलन को सफल बनाने के लिए संत समुदाय भी जुडऩे लगा है। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय ने भी गौवंश के मुद्दे पर धरनास्थल पर प्रतिदिन रोजा रखने का निर्णय किया है। नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष मकसूद अहमद ने बुधवार को इसकी घोषणा की। पूर्व न्यास अध्यक्ष मकसूद अहमद ने बताया कि दो फरवरी से प्रतिदिन धरनास्थल पर पांच या इससे अधिक मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखेंगे। पूर्व न्यास अध्यक्ष ने ‘अभय इंडिया’ को बताया कि पहले दिन वो खुद धरनास्थल पर रोजा रखकर इस अभियान की शुरूआत करेंगे। मुस्लिम दो रोज की नमाज भी वहीं पढ़ेंगे।
आंदोलन के समर्थन में बुधवार को स्वामी रामसुखदासजी महाराज के शिष्य संत गोपाल दास महाराज धरनास्थल पहुंचे। उन्होंने धरने का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत सहित गजेन्द्र सिंह सांखला, फूसराज गहलोत आदि नेताओं से आंदोलन को लेकर मंत्रणा की। इस दौरान संत गोपाल दास महाराज ने ‘अभय इंडिया’ से बातचीत में बताया कि गौवंश को लेकर सरकार और प्रशासन संवेदनशील नहीं है। खासतौर से तब जब गायें पॉलीथिन थैलियां खाकर मर रही है, इसके बावजूद सरकार ध्यान नहीं दे रही। शहर से सटते हजारों बीघा गोचर भूमि है, फिर भी उसका उपयोग गौवंश को लेकर नहीं हो रहा। यह बहुत बड़ी विडंबना की बात है। सरकार को चाहिए कि वो गोचर भूमि की तारबंदी करवाएं और वहां गौवंश के लिए व्यवस्था करें। महाराज ने बताया कि आगामी 12 फरवरी से बीकानेर के रामदेव नगर में श्रीमद् भागवत कथा शुरू हो रही है। वहां वे श्रद्धालुओं से गौवंश के मुद्दे पर हो रहे आंदोलन में जुडऩे का आह्वान करेंगे।
उधर, कलक्ट्रेट के समक्ष धरना 15वें दिन भी जारी रहा। सभा को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गोपाल गहलोत ने कहा कि इस धरने के समर्थन में आज हमें हजारों मातृ शक्ति का आशीर्वाद मिला है। संसार में ईश्वर के बाद सबसे बड़ा दर्जा मां का होता है, बीकानेर के इतिहास में गौसंरक्षण मुद्दे पर इतनी बड़ी रैली कभी नहीं हुई थी। प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने इस गौमाता के नाम पर पूरे प्रदेश से अपार जनादेश लिया लेकिन आज तक गौवंश दर-दर की ठोकरें खा रहा है। राजे ने पिछले चुनाव से पूर्व अपने घोषणा पत्र में भी हर शहर सहित पंचायत स्तर भी नंदी गौशाला खोलने का वादा किया था, लेकिन वो वादा भूल गई।
प्रवक्ता फिरोज भाटी के अनुसार सभा में पूर्व अध्यक्ष जनार्दन कल्ला, शशिकांत शर्मा, आनन्द सिंह सोढ़ा, प्रदेष सचिव राजकुमार किराडू, हाजी जियाउर रहमान, गजेन्द्र सिंह सांखला, सुमन सोलंकी, प्रदेश कांग्रेस सदस्य साजिद सुलेमानी, श्रीलाल व्यास, नायक क्रांति मंच अध्यक्ष धर्मेन्द्र नायक, पूर्व पार्षद हेमेन्द्र भाटी, देहात महिला अध्यक्ष शशिकला राठौड़, शहर अध्यक्ष सुनीता गौड़, मुमताज बानो, राज भटनागर, सरला गोयल, ममता सोनी, पुष्पा उपाध्याय, रमजान कच्छावा, मगन लाल पाणेचा, लखूराम गहलोत, कुलदीप तंवर, राजकुमार गुप्ता, पाबुराम नायक, प्रेमलता राठौड़, पार्षद नंदू गहलोत, पार्षद शहाबुदीन भुट्टा, अरविन्द मिढढा, मूलचंद गुर्जर, बलराम नायक, एडवोकेट जितेन्द्र नायक, प्रेम पंवार, हाजिर खान, एजाज पठान, मुनीर कुरैशी, पार्षद नंदलाल जावा, पार्षद मनोज नायक, राजू देवी व्यास, आशा स्वामी, गोदावरी धवल, सन्तोष देवी, शर्मिला पंचारिया, सुनील सांखला, पांचीलाल गहलोत, पूनमचंद पंवार, अरविन्द चौधरी, राजू पंडित, कामराज गोयल, एन.डी. कादरी, जाकिर पठान, मुमताज शेख, इन्द्रिरा मेहरा, शिवशंकर स्वामी, शिव गहलोत, कमल किशोर साध, इन्द्रचंद जैन, डॉ. पी. के. सरीन, नारायण जैन, चित्रेश गहलोत, संजय चौधरी, राहुल जादूसंगत, खेमचंद तेजी, जयदीपसिंह जावा, मनोज चौधरी, अहमद अली भाटी, एडवोकेट जीतू सेवग, एडवोकेट नितिन मारू सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।