








बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल बैठक में गोचर, चारागाह, ओरण भूमि में आवासीय अतिक्रमण का नियमन करने के निर्णय के विरोध में एक गौ भक्त ने राजस्थान विधानसभा के विधानसभा परिसर में देह त्याग करेगा। पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे गए एक पत्र में यह जानकारी दी गई है। हालांकि, पूर्व मंत्री भाटी ने देह त्याग के तैयार शख्स के नाम का जिक्र पत्र में नहीं किया है।
पूर्व मंत्री भाटी ने सीएम गहलोत को लिखे पत्र में बताया है कि उनकी ओर से पूर्व में भी तीन बार पत्र लिखकर नियमन के निर्णय का विरोध किया गया। अनिश्चितकालीन धरना भी 41 दिन से जारी है। इस संबंध में पिछले दिनों संभागीय आयुक्त से चर्चा होने के बाद सरकार के निर्णय के बारे में अब तक कुछ भी अवगत नहीं कराया गया है। जबकि, उच्च न्यायालय जोधपुर, जयपुर व सर्वोच्च न्यायालय दवारा कब्जों के नियमन पर विरोध में निर्णय दिया है। भाटी ने पत्र मे बताया कि धरने के बाद भी सरकार की ओर से कोई निर्णय नहीं लेने पर एक गौभक्त विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा परिसर में देह त्याग करेगा। इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।





