बीकानेरAbhayindia.com देशभर की क्षेत्रिय भाषा का सिनेमा वर्तमान में विकसित हो रहा है। उनको अपने प्रदेश स्तर की सरकारों से पूरा प्रोत्साहन मिल रहा है। लेकिन राजस्थानी सिनेमा में इसमें कहीं न कहीं पिछड़ रहा है।
राजस्थानी सिनेमा की वर्तमान परिस्थिति को लेकर फिल्म निर्माता, निर्देशक और अभिनेता प्रदीप मारु ने आज पत्रकारों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि राजस्थानी फिल्मों को विकसित करने, उसे ऊंचाइयों तक पहुंचाने में प्रदेश की सरकार को पहल करनी चाहिए। मारु के अनुसार सरकार धरातल पर इसके लिए काम करें, तो प्रतिभाओं की इस प्रेदश में भी कमी नहीं, बस जरुरत है सरकार प्रोत्साहन करें, तो इन फिल्मों को लोगों तक पहुंचाने के लिए सिनेमा हॉल मिलेंगे।
मारु ने बताय कि आज मराठी फिल्म बनती है, तो उन्हें सिनेमा हॉल की चिन्ता नहीं है, क्योंकि सरकार ने साफ निर्देश दे रखें है कि एक सप्ताह तक तो उसे हॉल देना ही होगा। वहीं प्रदेश में विपरित स्थिति है, यहां पर सिनेमा हॉल को किराया देना पड़ता, वितरण की समस्या से जूझना पड़ता है। प्रदीप मारु के अनुसार प्रदेश सरकार ने राजस्थानी फिल्मों को अनुदान देने की घोषणा कर रखी हैं, लेकिन दिया आजतक किसी भी नहीं है। ऐसे हालात में एक बेहतर फिल्म कैसे बनेगी? जब बजट अच्छा होगा, तो सिनेमा भी उसी स्तर का बनता है। उन्होंने बताया कि इस बात का मलाल है कि बीकानेर जिले से आज वर्तमान में तीन मंत्री सरकार में है, इसमें एक के पास कला-संस्कृति भी है, फिर केन्द्र में एक मंत्री है, लेकिन इस बात का अफसोस है, इतना होने के बाद भी राजस्थानी सिनेमा आज भी संघर्ष कर रहा है। प्रदीप मारु ने कहा कि कई बार अपनी बात को सरकार तक पहुंचाई है, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
आएगी बड़े बजट की फिल्म…
प्रदीप मारु ने बताया कि उनके पीएम फिल्मस एंटरटेनमेंट के बैनर तले जल्द ही एक नई राजस्थानी फिल्म आ रही है। यह बड़े बजट की फिल्म है, उन्होंने बताया ‘गडरिया’ नामक फिल्म बना रहे हैं, जिसका बजट फिलहाल एक करोड़ रुपए है, यह सिनेमा हॉल तक पहुंचने पर इसका बजट और बढ़ जाएगा। उन्होंने बताया कि फिल्म तक दर्शक आए इसके लिए पूरी महनत के साथ काम कर रहें है, इसमें कई कलाकार बीकानेर और कई मुम्बई के कलाकार भूमिका निभा रहे हैं।