








बीकानेरAbhayindia.com केन्द्रीय कारागाह में सजा काट रहे बंदियों के बैंक खाते खोले जा रहे हैं।
जेल अधीक्षक परमजीत सिंह सिद्धू ने अभय इंडिया को बताया कि बैंक खाते नहीं होने के कारण कई बंदियों के भुगतान नहीं हो पा रहे थे, इस समस्या से अब निजात मिलेगा।
सजा बंदियों के करीब सौ खाते खोले जा चुके हैं, इसमें दो अलग-अलग बैंकों में 50-50 खाते खोले गए है। इससे पूर्व में 150 बंदियों के खाते खोले जा चुके थे। अब आगे 200 खाते ओर खोले जाएंगे। वर्तमान में जो मीनी खाते खोले गए हैं, उनमें किसी तरह की औपचारिकता की दरकार नहीं होती। इससे काफी सहुलियत मिल रही है। सिद्धू ने बताया कि जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है, वो अपने बैक खाते का विवरण प्रस्तुत करता है, तो उनका भुगतान भी कराया जाएगा।





