







जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में भले ही अभी दो-तीन दिन से तापमान बढ़ने से सर्दी का असर कम हो गया है। लेकिन, दीपावली के बाद उत्तरी हवाएं दक्षिण की तरफ चलेगी तो सर्दी का असर बढ़ जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगले तीन-चार दिन मौसम साफ रहेगा। इसके बाद तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखने को मिलेगी। इससे राजस्थान समेत मध्य भारत के राज्यों में सर्दी का असर बढ़ेगा। नीचे देखें प्रमुख शहरों का तापमान…
राजस्थान के प्रमुख शहरों में आज का तापमान
शहर अधिकतम न्यूनतम तापमान
बीकानेर 33 14.2
चूरू 33.6 14.8
श्रीगंगानगर 29.5 15.5
बाड़मेर 35.3 20.3
जैसलमेर 32.6 16.9
जोधपुर 33.3 19
अजमेर 32 16.4
भीलवाड़ा 31 12.4
अलवर 30.2 15.8
जयपुर 31.8 17.2
सीकर 33 13.5
कोटा 31.7 15.3
चित्तौड़गढ़ 32 12.7
उदयपुर 31 12.4
पुष्करणा ब्राह्मण समाज का सामूहिक सावा 18 को
बीकानेर। बीकानेर में पुष्करणा ब्राह्मण समाज का सामूहिक सावा 18 फरवरी 2022 को होगा। दशहरा के दिन सावा तिथि के शोधन के बाद परम्परा अनुसार धनतेरस के दिन सावा के अवसर पर होने वाले यज्ञोपवित संस्कार और सामूहिक सावे के मांगलिक कार्यक्रमों की घोषणा की गई। रघुनाथसर कुआ क्षेत्र स्थित मानेश्वर महादेव मंदिर में समाज के पंडितो, ज्योतिषाचार्यों, गणितज्ञों और विद्वान पंडितों के मध्य हुए शास्त्रार्थ के बाद सावे के मांगलिक कार्यक्रम घोषित किए गए। इस अवसर पर हुए समारोह में पूर्व बीकानेर राज परिवार की ओर से प्रतिनिधि के रूप में विधायक सिद्धि कुमारी मौजूद रहीं। उन्होंने पुष्करणा सावा आयोजन के लिए परम्परा अनुसार सावा आयोजन की अनुमति का पत्र कीकाणी लालाणी व्यास पुष्करणा समाज सावा समिति के पदाधिकारियों को सौंपा। अध्यक्षता एस. एन. व्यास ने की। परम्परा अनुसार चौथाणी ओझा परिवार की ओर से पंडित सुशील ओझा ने सावा मांगलिक कार्यक्रमों की घोषणा की।
पुष्करणा सावा थापन से पहले मंगलवार शाम को लालाणी व्यास चौक से शोभायात्रा निकाली गई। बीकानेर राजपरिवार के बैण्ड ने मधुर स्वर लहरिया बिखेरी। शोभायात्रा कीकाणी व्यास चौक, मूंधड़ा चौक, दम्माणी चौक, पुगलिया गली होते मानेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। सावा थापन के अवसर पर पंडित जुगल किशोर ओझा, पंडित अशोक कुमार ओझा, पंडित राजेन्द्र किराडू, विधायक सिद्धि कुमारी का सावा समिति की ओर से सम्मान किया गया। इस अवसर पर नारायण दास व्यास, मक्खन लाल व्यास, ब्रजेश्वर लाल व्यास, कानू लाल, बालकिशन, गोपाल व्यास, कृष्णा व्यास, रिखबदास बोड़ा, विजय आचार्य, जेठानंद व्यास, सुरेन्द्र व्यास, अरविन्द व्यास, आनन्द जोशी, बालकिशन, बल्लभ व्यास सहित समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। शास्त्रार्थ में पुजारी बाबा, राजेन्द्र किराडू, अशोक कुमार ओझा, सुशील किराडू, सुशील ओझा, विमल किराडू, मुरलीधर पुरोहित, सीन किराडू, महेश ओझा, नारायण किराडू, दुर्गादास किराडू, श्याम सुंदर बोड़ा आदि मौजूद रहे।
विवाह मांगलिक कार्यक्रम
हाथधान (व्यास कन्या) : 14 फरवरी
हाथधान (सर्वत्र कन्या) : 16 फरवरी
सर्वत्र मातृका स्थापना व गणेश परिक्रमा : 17 फरवरी
सामूहिक विवाह : 18 फरवरी (गोधूली वेला)
बरी व गुड्डी : 21 फरवरी
यज्ञोपवित संस्कार मांगलिक कार्यक्रम
यज्ञोपवित : गुरु बालक
हाथधान : 4 फरवरी
मातृका स्थापना व गणेश परिक्रमा : 5 फरवरी
यज्ञोपवित संस्कार : 6 फरवरी
यज्ञोपवित : व्यास बालक
हाथधान : 5 फरवरी
मातृका स्थापना व गणेश परिक्रमा : 6 फरवरी
यज्ञोपवित संस्कार : 7 फरवरी
यज्ञोपवित : सर्वत्र बालक
हाथधान : 8 फरवरी
मातृका स्थापना व गणेश परिक्रमा : 9 फरवरी
यज्ञोपवित संस्कार : 10 फरवरी
यज्ञोपवित : सर्वत्र बालक
हाथधान : 16 फरवरी
मातृका स्थापना व गणेश परिक्रमा : 17 फरवरी



