जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सियासी घमासान तेज हो रहा है। विधायक हेमाराम चौधरी के इस्तीफे के अन्य विधायकों के बेबाक बयानों के चलते अब कांग्रेस की ओर से यह संकेत दिए जा रहे हैं कि यह दोनों ही काम होंगे, लेकिन इसके लिए फिलहाल कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो विधानसभा उपचुनाव के बाद मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां होनी तय थी, लेकिन इस बीच, कोरोना महामारी की दूसरी लहर तेज हो गई। इसी के चलते यह काम अटक गए। अब जैसे ही संक्रमण का दायरा कम हो जाएगा तो अटके काम भी शुरू हो जाएंगे। हालांकि, इसके लिए समय सीमा अब भी साफ नहीं की जा सकती। सूत्रों का दावा है कि विधायक हेमाराम चौधरी के इस्तीफे का मामला भी जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। बहरहाल, प्रदेश के ताजा सियासी हालात के बाद अब सभी की निगाहें आलाकमान पर जमी हुई है।
इधर, सचिन पायलट खेमे के विधायकों की यदि बयानबाजी आगे बढ़ती है तो गहलोत खेमे के मंत्री-विधायक भी सामने आ सकते हैं। ऐसे में टकराव को टालने के लिए आलाकमान को अब अहम कदम उठाने ही होंगे।
रेमडेसिविर इंजेक्शन घोटाला केस : एएसपी दिव्या मित्तल की बनी “लेडी सिंघम” की छवि
तौकते का असर कम, अब 22-23 को बीकानेर सहित इन जिलों में हल्की बारिश व आंधी के आसार
बीकानेर में वैक्सीनेशन : कोरोना को हराने के लिए नर्सेज में हैं गजब का जज्बा
बीकानेर में वैक्सीनेशन : कोरोना को हराने के लिए नर्सेज में हैं गजब का जज्बा