







बीकानेर abhayindia.com होली का पर्व कल मनाया जाएगा। परम्परा के अनुसार पहले दिन परिवार की खुशहाली, सुख-समृद्धि, भाई की दीर्घायु के लिए बहिनें मालाएं घोळेगी। पंचागकर्ता पंडित राजेन्द्र किराड़ू के अनुसार इस बार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 28 मार्च को गोधुली बेला में शाम 6:50 से 9:13 तक रहेगा। वहीं, सुबह से 1:26 बजे तक भद्राकाल रहेगा।
इसके बाद दोपहर 1:30 बजे से शाम 6:50 बजे तक माला घोळाई का श्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा। वहीं अगले दिन 29 मार्च को धुलंडी मनाई जाएगी। इस दिन पूरा शहर रंग-गुलाल से सराबोर रहेगा। 30 मार्च को जों बीज मनाई जाएगी। पंडित किराड़ू के अनुसार 3 अप्रेल को शीतला सप्तमी और 4 अप्रेल को शीतला अष्टमी का पूजन होगा। इसमें बासोड़ा (बासी-ठंडा) भोजन का सेवन किया जाएगा।
शीतला गेट स्थित शीतला माता मंदिर में नमक-पानी चढ़ाने की मान्यता है। साथ ही घरों में मटकी पूजन किया जाएगा। किराड़ू के अनुसार इस बार शीतला अष्टमी पर जिन महिलाओं के उपवास नहीं है, तो वे सूरज रोटे का व्रत उपवास कर सकती है, लेकिन इस दिन यदि किसी के शीतला अष्टमी का उपवास है, तो वो महिलाएं 11 अप्रेल को सूरज भगवान का पूजन कर सूरज रोटे का व्रत कर सकेगी।
धुलंडी से गणगौर पूजन…
धुलंडी के दिन से ही बालिकाएं गणगौर माता का पूजन शुरू करेगी। यह एक पखवाड़े तक चलेगा।



