








बीकानेरAbhayindia.com मालगाडिय़ों में सामान लादान कराने वाले व्यापारियों के लिए खुशखबरी। अब उनका सामान अपने गंंतव्य स्थान पर जल्द ही पहुंच सकेगा। इसके लिए उत्तर पश्चिमी रेलवे ने मालगाडिय़ों की स्पीड बढ़ाई है।
उत्तर पश्चिमी रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी अभय शर्मा के अनुसार रेलवे ने मालगाडिय़ों की औसत गति में 75 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है। माल लदान के लिए रेलवे के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, बिजनेस डवलपमेंट यूनिट की भी स्थापना की गई
5.1 मिलियन टन माल लदान
देश के प्रत्येक भाग में आवश्यक सामग्री की निर्बाध आपूर्ति हो इसके लिए रेलवे विशेष प्रयास किए जा रहे है। इस वर्ष जुलाई माह तक उत्तर पश्चिमी रेलवे ने 5.1 मिलियन टन माल लदान किया, जो कि गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग बराबर है। वर्तमान में जब रेलवे पर सीमित संख्या में यात्री ट्रेनों का संचालन हो रहा है, इसको देखते हुए मालगाडिय़ों के संचालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर मालगाडिय़ों की औसत गति अप्रैल 2020 से अगस्त तक 25.9 किलोमीटर प्रति घंटा से 75 प्रतिशत बढ़कर 45.40 किलोमीटर प्रति घंटा हुई है। माल लदान एवं ढुलाई को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि माल ग्राहकों को होने वाली समस्या का निराकरण कर उन्हें रेलवे पर माल लदान के लिए आकर्षित किया जा सके।
इसके लिए जोनल एवं मंडल स्तर पर स्थापित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट की स्थापना की गई है जो व्यवसायियों और उद्योगपतियों से संपर्क कर उन्हें रेलवे के आकर्षक योजनाओं से अवगत कराएगा। इस यूनिट के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया जा रहा कि रेलवे से माल ढुलाई अन्य परिवहन साधनों से बेहतर और विश्वसनीय होने के साथ ही मितव्ययी भी है।
उत्तर पश्चिमी रेलवे पर मुख्यालय एवं जयपुर, अजमेर, जोधपुर और बीकानेर मण्डलों में बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन किया गया है।





