








सुरेश बोड़ा/बीकानेर abhayindia.com बीकानेर और जोधपुर के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों की नियुक्ति के महज 24 घंटे के अंतराल में हुए तबादले के मामले में अब नया मोड़ आ सकता है। ताजा स्थिति के अनुसार, तबादला आदेश के दो दिन बाद भी नवनियुक्त प्राचार्य डॉ. जी. एल. मीणा एस. पी. मेडिकल कॉलेज से तथा डॉ. शैतान सिंह राठौड़ जोधपुर मेडिकल कॉलेज से रिलीव नहीं हुए है। बहरहाल, यह मामला मुख्यमंत्री स्तर पर विचाराधीन है। इस बीच कयास यह लगाया जा रहा है कि आज-कल इस मामले का पटाक्षेप हो जाएगा, अन्यथा होली के बाद ही सरकार इस पर एक्शन लेगी।
सूत्रों के मुताबिक, जोधपुर के डॉ. शैतान सिंह राठौड़ बीकानेर नहीं आना चाहते हैं और वे अपना बीकानेर हुआ तबादला निरस्त कराने के लिए राजधानी जयपुर में डटे हुए हैं। तबादला निरस्त नहीं होने की स्थिति में डॉ. राठौड़ प्राचार्य पद छोडने की भी पेशकश कर सकते हैं। इसके बावजूद डॉ. जी. एल. मीणा का बीकानेर टिक पाना मुश्किल नजर आ रहा है, क्योंकि डॉ. राठौड़ के बीकानेर आकर ज्वॉइन करने अथवा पद छोडने के बाद भी उन्हें तो जोधपुर जाना ही होगा। हालांकि, डॉ. मीणा के पक्ष में भी एक लॉबी तबादला निरस्त कराने को लेकर सरकार पर पूरा दबाव बना रही है।
ताजा हालात को देखते हुए अजमेर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीर बहादुर सिंह भी बीकानेर आने के जतन में जुट गए हैं। खबर यह भी है कि डॉ. राठौड़ के पद छोड़ने की स्थिति में डॉ. मीणा को जोधपुर भेजकर बीकानेर के प्राचार्य पद का अतिरिक्त कार्यभार डॉ. लियाकत अली गौरी को दिया जा सकता है। डॉ. गौरी किस कैम्प के खास माने जाते हैं यह किसी से छिपा हुआ नहीं है।
बहरहाल, कोरोना वायरस को लेकर चल रहे गंभीर हालात के बीच प्राचार्यों की नियुक्ति और तबादले के झमेले से सरकार की खासी किरकरी हो रही है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा आम हो गई है कि आखिरकार नियुक्ति और तबादले का यह “खेल” आखिरकार कैसे हो गया? इसे लेकर सब अपने-अपने कयास लगा रहे हैं। हर कोई यह जानने की कोशिश में जुटा हुआ है कि आखिर इसके पीछे की कहानी क्या है? कहा तो यह भी जा रहा है कि पीबीएम अस्पताल में भ्रष्टाचार का जो मामला एसीबी में चल रहा है उसे लेकर ही यह सारी उठापटक चल रही है। इस मामले में दो आरोपियों को हाल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बताया यह भी जा रहा है कि इस मामले की जद में करीब दो दर्जन से ज्यादा लोग आए हुए हैं। इसी के चलते यह उठापटक का दौर चल रहा है।
बीकानेर : नियुक्ति के 24 घंटे के अंतराल में बदल गए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, ये वजह…





