सोहनलाल सारस्वत/हेमेरां abhayindia.com जसनाथ सम्प्रदाय के 5 दिवसीय कतरियासर आसोज मेले के अंतिम दिन मंदिर में दर्शनार्थ श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। वहीं दिन भर पैदल यात्रियों के जत्थों के पहुंचने का भी सिलसिला जारी रहा। अलसुबह से ही मंदिर में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। इस दौरान धधकते अंगारों पर थिरकते जसनाथ संप्रदाय के अनुयायी जब थिरके तो वहां उपस्थित लोग दंग रह गए।
इससे पहले जसनाथ मंदिर महंत बीरबलनाथ ज्याणी ने ज्योत प्रज्ज्वलित की। जसनाथ सम्प्रदाय के लोगों ने नारियल, खोपरा, मिश्री-मेवों का भोग लगाकर शीश नवाया एवं मन्नतें मांगी। वही नवविवाहितों ने गठजोड़े की धोक लगा मन्नतें मांगी। इस अवसर पर हवन का भी आयोजन किया गया, जिसमें घी-खोपरा की आहुतियां दी गई। मेले में पंजाब, हरियाणा सहित जैसलमेर, बाड़मेर सहित आस-पास के क्षेत्र से श्रद्धालु पहुंचे।
पॉलीथिन व धूम्रपान निषेध रहा : कतरियासर मेले में इस बार जसनाथजी मंदिर महन्त बिरबलनाथ ज्याणी, कालदे सती माता मंदिर महन्त मोहननाथ ज्याणी, सरपंच रामदयाल गोदारा व गांव के युवाओं व ग्रामीणों की पहल पर पॉलीथिन व धूम्रपान पर पूर्ण प्रतिबंध रहा।