








जयपुर abhayindia.com जलदाय विभाग में पावर गेम के चलते कांग्रेस के विधायक-पदाधिकारी व अफसर आमने-सामने हो रहे हैं। इस बीच जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस पदाधिकारियों ने कुछ अफसरों की शिकायत की है। उसमें से कुछ अफसर सुधर गए है। कुछ अफसरों की जांच करवा कर विधानसभा के बाद कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि वर्तमान सरकार में मंत्री रमेश मीना ने पिछली सरकार में विपक्ष के उपनेता रहते हुए एलईडी घोटाले व प्रोजेक्ट में गड़बडिय़ों सहित अन्य मुद्दे विधानसभा में उठाए थे, लेकिन सरकार बनने के सात महीने बाद भी इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। शुक्रवार को अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की ओर से जलदाय मंत्री को कुछ अफसरों पर आरोप लगाते हुए की गई गांधीगिरी ने विभाग में हलचल मचा दी है। प्रकोष्ठ ने विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों की सूची दी है। इस मामले में अब विधानसभा सत्र के बाद कार्यवाही होना तय माना जा रहा है। हालांकि, मंत्री व कांग्रेस के पदाधिकारी इसे घर का मामला बता रहे हैं।
कांग्रेस अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक पंकज शर्मा काकू का कहना है कि पिछली कांग्रेस सरकार में जिन अफसरों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाए, उनको हटाने के लिए मंत्री को ज्ञापन दिया है।डब्ल्यूएसएसओ विंग में एनजीओ को दिए वर्कऑर्डर व पेमेंट की भी जांच करवाने की मांग की है। एसीई देवराज सोलंकी का गलत तरीके से प्रमोशन कर रहे है। टेंडरों में गड़बड़ी की लगातार शिकायतें आ रही है। कांग्रेस के सचिव जसवंत गुर्जर का कहना है कि पार्टी व सरकार के बीच तालमेल होना चाहिए। जिन लोगों का पार्टी पदाधिकारियों ने विरोध किया था, उन्हें प्रमुख पदों से हटाया जाना चाहिए।
एक अफसर, तीन चार्ज…
भाजपा सरकार में मंत्री किरण माहेश्वरी के करीबी रहे अधीक्षण अभियंता अरूण श्रीवास्तव व ओएसडी एक्सईएन सतीश जैन को हटाने के बजाय वहीं लगाए रखा है। श्रीवास्तव को दोहरा चार्ज दिया हुआ है तथा उनका प्रमोशन करने के लिए गलत रास्ते अपनाए जा रहे हैं। श्रीवास्तव को चीफ इंजीनियर की टीए व डब्ल्यूएसएसओ का दोहरा काम दे रखा है। पहले उनके पास तीन चार्ज थे।
जलदाय मंत्री कल्ला अपने घर में अपनों से ही ऐसे घिरे, लगे गंभीर आरोप…





