बीकानेर abhayindia.com नोखा थाना क्षेत्र के दासनू गांव में पिछले माह तेरह वर्षीय बालिका के गोली लगने के मामले में पुलिस ने उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है। नोखा सीआई भगवान सहाय ने बताया कि दासनूं की एक ढ़ाणी में रहने वाली जसोदा के पेट में गोली लगने के बाद उसकी मां उसे नोखा सीएचसी लाई तथा चिकित्सकों को पटाखे वाली बन्दूक की गोली लगना बताकर ईलाज करवा लिया। बाद में घर जाने के बाद बच्ची की हालत बिगड़ गई तब फिर से सीएचसी लाने पर उसे पीबीएम रैफर कर दिया गया।
पुलिस ने बच्ची बयान दर्ज किए तो उसने बताया कि वह गायें चरा रही थी तभी किसी अनजान व्यक्ति द्वारा गोली चलाई गई। वहीं जशोदा की मां व चाचा ने किसी शिकारी द्वारा गोली चलाने की आशंका जताई। अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जाच एसआई रमेश को सौंपी गई। पुलिस को गोली लगने से पेट में हुए निशान के विश्लेषण से बिलकुल नजदीक से गोली लगने का शक हुआ। तब फिर से जशोदा के खेत व ढ़ाणी जाकर देखा गया तो वहां गायें नहीं मिली। वहीं जशोदा ने गायें चराते समय गोली लगने की बात कही थी, लेकिन इस मामले में पुलिस के शक की सूई उसके पिता बिरमाराम नायक पर टिकी हुई थी।
मामाले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि बिरमाराम नशेड़ी किस्म का शख्स है, जिसने घटना वाले दिन तैश में आकर अपनी बीवी पर गोली दागी थी, लेकिन बीच-बचाव में आई बेटी को गोली लग गई। पुलिस ने बिरमाराम को गिरफ्तार कर लिया है।