सुरेश बोड़ा/जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। राजस्थान विधानसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल और सर्वे के नतीजों ने भाजपा के रणनीतिकारों को सक्रिय कर दिया है। इन नतीजों में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के संकेत हुए है। इसके बाद से भाजपा खेमे में खलबली सी मची है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो दिल्ली से लेकर प्रदेश के बड़े नेताओं को रणनीतिकारों ने पार्टी से बागी होकर निर्दलीय मैदान में प्रत्याशियों पर नजरें टिका दी है। एग्जिट पोल और सर्वे के नतीजों में जिस तरह से भाजपा और कांग्रेस की सीटें बताई जा रही है, उसके हिसाब से आज शाम तक पार्टी से बागी हुए नेताओं की बाड़ेबंदी शुरू हो सकती है। पार्टी ऐसे बागियों पर नजरें गड़ाए हैं, जिन्होंने इस चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को तगड़ी टक्कर दी है। हालांकि, भाजपा के बड़े नेता बाड़ेबंदी को लेकर तो सीधे सीधे कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन इतना जरूर कह रहे हैं कि अगर पार्टी को एक अच्छी स्थिति में सीटें मिलती हैं तो सरकार बनाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे।
आपको बता दें कि भाजपा के राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, संगठन मंहामंत्री चन्द्रशेखर, विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मतगणना के बाद की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। भाजपा सरकार में मंत्री रहे सुरेन्द्र गोयल, राज्यमंत्री धनसिंह रावत, किसनाराम नाई, राजकुमार रिणवा समेत एक दर्जन नेताओं ने भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर चुनाव लड़ा है।
मतदान के बाद बोले भाटी- मुझे पर हमला हुआ, सिस्टम नाकाम साबित