सुरेश बोड़ा/जयपुर/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के कई मौजूदा सांसद और पूर्व सांसदों की सक्रियता भी बढ़ गई है। ये सक्रियता केवल पार्टी को मजबूत बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि खुद की राजनीतिक जमीन भी बचा लेने के लिए दिखाई पड़ रही है। प्रदेश में ऐसे कई विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां से कई सांसद खुद ही चुनाव लडऩे के लिए मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक अजमेर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को हराकर सांसद बने रघु शर्मा कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष के नाते विधानसभा चुनाव में खासे सक्रिय है। चर्चा यह भी है कि वे केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩा चाहते हैं। लोकसभा उपचुनाव में रघु शर्मा ने पूर्व सांसद सांवरलाल जाट के बेटे व भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप लाम्बा को करीब 84 हजार मतों से हराया था। लाम्बा भी अब नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र से टिकट पाने के लिए दौड़-धूप कर रहे हैं।
बीकानेर सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल वर्तमान में केन्द्र की राजनीति में खुद को ज्यादा फिट मान रहे हैं, लिहाजा वे अपने बेटे रविशेखर के लिए कोई मुफीद सीट तलाश रहे हैं। उनकी नजर खाजूवाला विधानसभा सीट (सुरक्षित) पर टिकी हैं, जहां से मौजूदा विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल है। सांसद अर्जुनराम और डॉ. विश्वनाथ के बीच छत्तीस का आंकड़ा जगजाहिर है।
इधर, सांसद ओम बिरला भी पिछले कई दिनों से अपने क्षेत्र में खासे सक्रिय है। बिरला की कोटा दक्षिण विधानसभा सीट पर नजर है। विधायक के तौर पर यह उनका निर्वाचन क्षेत्र था। वे 2003 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए तथा लगातार 3 बार विधायक रहे और 2014 में सांसद बने।
इसी तरह बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में कई सांसद व पूर्व सांसदों का मन विधानसभा चुनाव के टिकट के लिए मचल रहा है। सांसद कर्नल सोनाराम खुद भी बाड़मेर विधानसभा से विधायकी की दौड़ में है, जबकि पूर्व सांसद हरीश चौधरी भी बायतू से विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए कमर कस रहे हैं, हालांकि कांग्रेस में मानवेन्द्र के बाद हरीश के लिए आने वाला समय चुनौती भरा रह सकता है।
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