Thursday, March 6, 2025
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कांग्रेस ने किया शैक्षणिक व्यवस्था का बंटाधार, विधानसभा में फिर बोले विधायक जेठानंद व्यास

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जयपुर Abhayindia.com बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने विधानसभा में बोलते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस राज में बीकानेर मे शिक्षा का बंटाधार कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विलीनीकरण के पश्चात राज्य सरकार ने ‘रिपोर्ट ऑन द एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ राजस्थान’ के तहत विभागो के बंटवारे के संबंध में यह निर्धारित किया कि शिक्षा क समस्त मुख्यालय बीकानेर मे स्थापित किए जाएंगे। इसके बाद तात्कालिक महाराजा श्री शार्दूल सिंह ने शिक्षा निदेशालय के एक रुपए किराए में भवन उपलब्ध करवाया, जहां आज भी शिक्षा निदेशालय चल रहा है। इसके बाद श्री मनमोहन को पहला शिक्षा निदेशक बनाकर शिक्षा से जुड़े दायित्व उन्हें दिए गए।

विधायक ने कहा कि राज्य सरकार के समझौते के अनुसार बीकानेर में प्राथमिक, माध्यमिक, संस्कृत शिक्षा और उच्च शिक्षा के निदेशालय बीकानेर में होने थे। कालांतर में पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा शिक्षा के प्रमुख केन्द्रों को बीकानेर से जयपुर स्थानांतरित किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी 1998 को प्रारम्भिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशालयों का पृथीकरण कर अलग विभाग बनाए गए। इसके बाद जब कांग्रेस राज आया तो प्रारम्भिक शिक्षा को यहां से हटाने के प्रयास हुए, लेकिन यहां के सामूहिक प्रयासों से ऐसा नहीं हो सका।

उन्होंने कहा कि जिन उद्देश्यों से कुछ कार्यालयों का पृथीकरण किया गया, उन उद्देश्यों की पूर्ति नहीं की गई। इस कारण पृथीकरण के समय निर्धारित कार्य व स्टाफ का पारस्परिक समायोजन किए जाने की मांग उन्होंने की। विधायक ने कहा कि कांग्रेस राज में स्कूल खुले, लेकिन इनमें किसी प्रकार की सुविधाएं नहीं मुहैया करवाई गई। उन्होंने कहा कि एक स्कूल कार्यकर्ता को लाभ देने के लिए खोल दी, लेकिन वहां विद्यार्थियों की संख्या नहीं थी। वर्तमान संख्या ने विद्यार्थी संख्या नहीं होने के कारण इसे बंद करने का निर्णय किया, तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस पर बवाल मचाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में मूलभूत सुविधाएं नहीं होने के बावजूद स्कूल क्रमोन्नत करने के कागजी आदेश जारी किए गए।

विधायक ने कांग्रेस पर शिक्षा के बंटाधार करने का आरोप लगाया और कहा कि पूर्ण स्वीकृत समस्त स्कूलों में नार्म्स के अनुसार पदों का सृजन करते हुए भर्ती की जाए। उन्होंने आरोप लगाए कि कांग्रेस के राज में ऐसे स्थानों पर स्कूल खुले, जहां दस-बीस घर भी नहीं थे। उन्होंने राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद मुख्यालय को पुनः बीकानेर में प्रारम्भ किए जाने की मांग की और कहा कि कांग्रेस के राज में शिक्षा निदेशक कभी भी निदेशालय में नहीं बैठते। अब स्थितियां बदल गई हैं और वर्तमान निदेशक नियमित रूप से निदेशालय मे मिलते हैं और शिक्षकों एवं कार्मिकों की समस्याओ का समाधान करते हैं।

व्यास ने मांग करते हुए कहा कि विधानसभा क्षेत्र में आवश्यकता के अनुसार नए कक्षा कक्ष स्वीकृत किए जाएं तथा जीर्णशीर्ण कक्षों की मरम्मत की जाए। उन्होंने स्टाफिंग पेटर्न व्यवस्था लागू करने की मांग की। साथ ही राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय जस्सूसर गेट नंबर 15 को अलग रखे जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस स्कूल का एकीकरण रोका जाए, जिससे बालिका शिक्ष प्रभावित नहीं हो।

विधायक ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लक्ष्मीनाथ मंदिर को आसपास उपयुक्त स्थान देखकर स्थानांतरित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा झूठी वाहवाही लेने के लिए शहरी क्षेत्र में दो कॉलेज खोले गए। गंगाशहर में स्वीकृत कॉलेज भीनासर में खुला। उन्होंने जवाहर स्कूल में खुले इस कॉलेज को वीर जवाहर सिंह के नाम से करने की मांग की।

वहीं, मुरलीधर व्यास कॉलोनी के सामुदायिक भवन में बालिका कॉलेज खोले जाने को भी कांग्रेस की अदूरदर्शी सोच बताया। उन्होंने कहा कि बिना स्टाफ और संसाधन यह कॉलेज खोल दिया गया। उन्होंने कॉलेज के लिए जमीन आवंटित करने के साथ स्थाई स्टाफ नियुक्त करने की मांग की।

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